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पापमोचिनी एकादशी व्रत 28 मार्च दिन सोमवार को है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा (Vishnu Puja), व्रत कथा का पाठ (Vrat Katha) और व्रत करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं.
पापमोचिनी एकादशी व्रत 28 मार्च दिन सोमवार को है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा (Vishnu Puja), व्रत कथा का पाठ (Vrat Katha) और व्रत करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. पापमोचिनी एकादशी की तिथि 27 मार्च को शाम 06:04 बजे से लग रही है और यह 28 मार्च को शाम 04:15 बजे तक है. पापमोचिनी एकादशी को सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:16 बजे से बन रहा है, जो दोपहर में 12:24 बजे तक है. इस समय व्रत और पूजा करने से पूर्ण फल प्राप्त होता है. हालांकि पापमोचिनी एकादशी व्रत में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, नहीं तो गलतियों से व्रत प्रभावित हो सकता है. उसका लाभ प्राप्त नहीं होगा. आइए जानते हैं इनके बारे में.
पापमोचिनी एकादशी 2022 ध्यान रखने वाली बातें
1. पापमोचिनी एकादशी व्रत रखने से एक दिन पूर्व से तामसिक वस्तुओं जैसे मांस, लहसुन, प्याज, मदिरा आदि का सेवन न करें.
2. पापमोचिनी एकादशी व्रत के दौरान दूसरों के बारे में गलत विचार मन में न आने दें. व्रत के लिए मन, कर्म और वचन में शुद्धता होनी चाहिए.
3. पापमोचिनी एकादशी व्रत की पूजा के समय में व्रत कथा का श्रवण या पाठ अवश्य करें. गलती से भी इसे भूलें नहीं.
4. एकादशी व्रत वाले दिन बाल, नाखून काटने और दाढ़ी बनाने से बचना चाहिए. यह परिवार के सभी सदस्यों पर लागू होता है.
5. एकादशी व्रत के दिन घर में साफ सफाई न करें. ऐसा इसलिए क्योंकि झाड़ू लगाने से सूक्ष्म जीव मर सकते हैं, जीव हत्या को पाप बताया गया है.
6. जिस प्रकार से गुरुवार व्रत में साबुन, सैंपू या सर्फ का उपयोग करने की मनाही होती है, वैसा ही एकादशी व्रत में भी करते हैं. ऐसा परिवार के सभी सदस्यों को करना चाहिए.
7. एकादशी व्रत रखने वाले व्यक्ति को बैंगन, चावल, मूली, सेम, जौ, मसूर की दाल, पान आदि नहीं खाना चाहिए.
Ritisha Jaiswal
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