धर्म-अध्यात्म

योगिनी एकादशी के दिन बिल्कुल न करें गलतियां, भगवान विष्णु हो जाएंगे नाराज

Subhi
21 Jun 2022 4:57 AM GMT
योगिनी एकादशी के दिन बिल्कुल न करें गलतियां, भगवान विष्णु हो जाएंगे नाराज
x
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष के एकादशी को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। योगिनी एकादशी का व्रत 24 जून, गुरुवार के दिन रखा जाएगा। मान्यता है कि इस एकादशी के दिन व्रत रखने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है।

आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष के एकादशी को योगिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। योगिनी एकादशी का व्रत 24 जून, गुरुवार के दिन रखा जाएगा। मान्यता है कि इस एकादशी के दिन व्रत रखने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही मृत्यु के बाद स्वर्ग की प्राप्ति होती है। योगिनी एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा विधिवत तरीके से करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। योगिनी एकादशी के दिन पूजा करते समय कुछ चीजों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए।

योगिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त और तिथि

योगिनी एकादशी तिथि आरंभ: 23 जून, गुरुवार को रात 09 बजकर 41 मिनट पर शुरू

योगिनी एकादशी तिथि समापन : 24 जून, शुक्रवार को रात 11 बजकर 12 मिनट तक

योगिनी एकादशी व्रत पारण का समय: 25 जून सुबह 5 बजकर 47 मिनट से 08 बजकर 28 मिनट

योगिनी एकादशी के दिन न करें ये गलतियां

योगिनी एकादशी को मोक्ष देने वाली एकादशी माना जाता है। इसलिए इस दिन ऐसा कोई भी काम

नहीं करना चाहिए जो अधर्म हो। इससे व्यक्ति को आज नहीं तो कल जरूर फल मिलता है।

एकादशी के दिन व्यक्ति को तामसिक भोजन यानी लहसुन, प्याज के अलावा मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए।

एकादशी के दिन नहीं बाल धोना चाहिए और न ही बाल कटवाना चाहिए। इससे सुख-समृद्धि पर बुरा असर पड़ता है।

एकादशी के दिन चावल का सेवन करने की मनाही होती है। इसलिए इस दिन चावल का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

एकादशी के दिन पूरे दिन व्रत रखने का विधान है। एकादशी के दिन व्रत रखने के साथ द्वादशी के दिन स्नान आदि करने के बाद व्रत का पारण करना शुभ होता है। इससे पहले बीच में व्रत खोलने से बचना चाहिए।

एकादशी के दिन दोपहर के समय सोने से बचना चाहिए। इस दिन दिनभर भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसके साथ ही व्रत रखने वाले व्यक्ति को रात में जागकर भगवान विष्णु से अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करनी चाहिए।


Next Story