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धर्म-अध्यात्म
शरीर के इन 5 संकेतों को ना करें अनदेखा, जानें क्या कहना चाहती है आपकी बॉडी
Tulsi Rao
10 April 2022 6:51 PM GMT
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हम यहा आपको ऐसे 5 संकेतों के बारे में बता रहे हैं, जिनके जरिए आपका शरीर आपसे गंभीर रोगों से आगाह रहने के लिए कहता है...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शरीर में कोई दर्द और किसी भी प्रकार की कोई बेचैनी नहीं होती है, तब आप समझ सकते हैं कि आपका शरीर पूरी तरह स्वस्थ है. लेकिन यदि अक्सर सिरदर्द होना, पेट फूलना, घबराहट होना जैसी आम समस्याएं भी आपको परेशान कर रही हैं तो इन संकेतों को समझने का प्रयास करें. क्योंकि इनके माध्यम से आपका शरीर आपसे कुछ कहना चाहता है. महिलाओं के केस में इन संकेतों में पीरियड्स के दौरान और इससे पहले होने वाले बदलाव भी शामिल होते हैं. हम यहा आपको ऐसे 5 संकेतों के बारे में बता रहे हैं, जिनके जरिए आपका शरीर आपसे गंभीर रोगों से आगाह रहने के लिए कहता है...
सबसे पहले महिलाओं की बात
पीरियड्स महिलाओं के जीवन का एक ऐसा सच हैं, जो होने पर भी दिक्कत होती है और नहीं होने पर तो और अधिक दिक्कत होती है. पीरियड्स अगर हेल्दी हों तो डेली लाइफ में किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है. लेकिन यदि पीरियड्स के पहले और इस दौरान बहुत अधिक दर्द, मरोड़, गैस, बदहजमी, लूज मोशन इत्यादि की समस्या हो रही है तो इन संकेतों को अनदेखा नहीं करना चाहिए.
ऐंडोमेट्रियॉसिस के बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए. इस बीमारी के लक्षण एकदम प्री-मेंस्ट्रुअल सिंप्टम्स की तरह होते हैं. अंतर सिर्फ इतना होता है कि महावारी के बाद पीएमएस के लक्षण चले जाते हैं लेकिन ऐंडोमेट्रियॉसिस के कारण ये लक्षण पीरिड्स के बाद भी बने रहते हैं. जबकि पीरियड्स के दौरान और इससे पहले तो ये गंभीर रूप से बढ़ जाते हैं. इसलिए यदि आपको पीएमएस जैसे लक्षण हर समय बने रहते हैं तो अपनी डॉक्टर से जरूर मिलें. क्योंकि खुद से ऐंडोमेट्रियॉसिस को पहचानना आसान नहीं होता है.
त्वचा संबंधी कई तरह की समस्याएं
यदि आपकी त्वचा में दर्द, खुजली और त्वचा का उचटना जैसी समस्याएं हो रही हैं तो ये लक्षण सोरायसिस के भी हो सकते हैं. यह एक ऐसी समस्या है जिसमें त्वचा की कोशिकाओं में बहुत अधिक खुजली होती है और इसका मुख्य कारण स्किन सेल्स का बहुत अधिक प्रोडक्शन होना होता है. इसका इलाज आपके डॉक्टर ही बेहतर तरीके से कर सकते हैं. दवाओं और क्रीम के माध्यम से आपका इलाज हो सकता है.
पैरों में दर्द रहना
आपके पैरों में इस तरह दर्द होना, जिससे आपका दैनिक जीवन प्रभावित होता है. खासतौर पर आपके पैर के निचले हिस्से में दर्द रहता है या अक्सर ऐसा दर्द आपको होता है. तो आपको यह बाद समझ जानी चाहिए कि आपकी डेली डायट में मैग्नीशियम और पोटैशियम की कमी है. क्योंकि शरीर में मैग्नीशियम और पोटैशियम की कमी होने पर पैरों में दर्द और स्टिफनेस की समस्या होने लगती है. अगर आपको इस तरह की समस्या है तो आप अपने खाने में पालक, केला, दही और ड्राई फ्रूट्स को जरूर शामिल करें.
सुबह सवेरे गर्दन और कंधे में दर्द
आप जब सुबह सोकर उठते हैं तो आपके कंधे और गर्दन में दर्द रहता है? अगर आपका उत्तर हां है तो यह समस्या आपके सोने के पोश्चर की वजह से भी हो सकती है. तो अगर कंधे और गर्दन में दर्द रहता है तो आप सोते समय अपने जब करवट लें तो अपने हाथों और पैरों के बीच में तकिया रखकर सोएं. इससे आपके कंधे और पैर सही पोश्चर में रहेंगे और आपको दर्द का सामना नहीं करना पड़ेगा. यदि फिर भी दर्द में आराम ना मिले तो हड्डियों के डॉक्टर से जरूर मिलें.
यूरिन के रंग में बड़ा बदलाव
आपके यूरिन का रंग लगातार डार्क होता जा रहा है यानी गाढ़ा पीला तो आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. सामान्य तौर पर आपके यूरिन का रंग पानी की तरह क्लियर या फिर हल्का पीला होना चाहिए. लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो आपको पानी का इनटेक बढ़ा देना चाहिए. आप हर दिन कम से कम 10 गिलास पानी जरूर पिएं. दो से तीन लीटर लिक्विड आपके शरीर में जरूर जाना चाहिए. इसमें चाय और कॉफी को काउंट ना करें. क्योंकि कैफीन युक्त ये चीजें शरीर से पानी निकालती हैं, पानी बढ़ाती नहीं हैं. यदि रोज सही मात्रा में पानी पीने के बाद भी आपके यूरिन का कलर सामान्य नहीं होता है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए.
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