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धनतेरस और दिवाली पर भूल कर भी न करें ये काम, माना जाता है अशुभ...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| दिवाली उत्सव का प्रारंभ धनतेरस के दिन से होता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि और कुबेर की पूजा विधि विधान से की जाती है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी मनाई जाती है, जो इस वर्ष 13 नवंबर दिन शुक्रवार को है। धनतेरस और दिवाली के दिन कुछ ऐसे काम होते हैं, जिनको अनिवार्य तौर पर किया जाता है और कुछ कामों को करना वर्जित माना जाता है। आइए जानते हैं कि धनतेरस और दिवाली पर क्या करें और क्या न करें।
1. धनतेरस पर करें इनकी पूजा
धनतेरस के दिन आपको विशेष रुप से धन के देवता कुबेर, सुख, समृद्धि और वैभव की देवी माता लक्ष्मी तथा देवों के वैद्य धनवन्तरि की पूजा करनी चाहिए। माता लक्ष्मी से आपको धन, संपदा, समृद्धि और वैभव प्राप्त होता है, भगवान धनवन्तरि आपको रोग मुक्त जीवन प्रदान करते हैं तथा कुबेर आपके धन की रक्षा करते हैं।
2. कूड़ा तथा रद्दी घर में न रखें
धनतेरस और दिवाली का दिन साफ सफाई का होता है। धन की देवी लक्ष्मी को साफ सफाई पसंद है। इस दिन आपको घर के अंदर कूड़ा तथा रद्दी नहीं रखना चाहिए। कूड़ा तथा रद्दी से घर के अंदर निगेटिव एनर्जी पैदा होती है, जो आपके सुख समृद्धि में बाधक होती है। ऐसे में कूड़ा तथा रद्दी को घर से बाहर निकाल दें। साफ सफाई से घर में सकारात्मकता तथा शुभता बढ़ती है। परिजन भी स्वस्थ रहते हैं।
3. रुपये उधार देने से बचें
लोगों में ऐसी मान्यता है कि धनतेरस और दिवाली के दिन माता लक्ष्मी का आगमन होता है, इसलिए इस दिन किसी को रुपये उधार नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से घर की लक्ष्मी बाहर चली जाती है।
4. मुख्य द्वार पर जूता चप्पल न रखें
धनतेरस और दिवाली पर घर का मुख्य द्वार भी साफ होना चाहिए। वहां पर भूलवश भी जूता, चप्पल आदि न रखें। वहां किसी भी प्रकार की गंदगी नहीं होनी चाहिए और न ही आने-जाने में कोई अवरोध हो। ऐसी लोकमान्यता है कि देवी लक्ष्मी मुख्य द्वार से प्रवेश करती हैं, गंदगी और रुकावट अच्छा नहीं है। वास्तु शास्त्र में भी घर के मुख्य द्वार को महत्वपूर्ण माना गया है, उसे अवरोध मुक्त रखने का सुझाव दिया जाता है।
5. लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों का पूजन
धनतेरस और दिवाली के दिन अपको माता लक्ष्मी तथा गणेश जी की मिट्टी की मूर्तियों की पूजा करनी चाहिए। अन्य चीजों से बनीं मूर्तियां पूजन के योग्य नहीं मानी जाती हैं। आज के दिन आप चांदी की मूर्तियों का भी पूजन कर सकते हैं। ध्यान रखें कि पूजा की जाने वाली मूर्ति पुरानी और खंडित न हो। पिछले वर्ष की मूर्ति को पूजा स्थान से हटा देना चाहिए।
6. घर का खुशहाल वातावरण बनाएं
धनतेरस और दिवाली के दिन घर का वातावरण खुशहाल बनाएं। घर के लोगों के बीच आपसी सौहार्दय और प्रेम होना चाहिए। जिस घर में आपसी प्रेम होता है, वहां माता लक्ष्मी स्वयं निवास करती हैं। इस दिन किसी भी प्रकार के विवाद, झगड़ा या कलह से बचना चाहिएै
7. दिन में निद्रा का त्याग
धनतेरस और दिवाली के दिन आपको दोपहर के समय सोने से बचना चाहिए। आलस्य से निद्रा और निगेटिव एनर्जी पैदा होगी, जो ठीक नहीं है।