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- छठ पूजा की डलिया तैयार...
हिन्दू धर्म में छठ पूजा को महत्वपूर्ण त्योहारों में गिना जाता है। इस वर्ष 30 अक्टूबर 2022 के दिन संध्या अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन व्रती महिलाएं छठ पूजा सामग्री के साथ डूबते सूर्य की पूजा करती हैं और परिवार के कल्याण की प्रार्थना करती हैं। बता दें कि व्यक्ति को छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इन सामग्रियों से भगवान सूर्य और छठी माता की पूजा की जाती है। मान्यता है कि छठ पूजा करने से सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं और परिवार में सुख-समृद्धि आती है। आइए, कई सालों से छठ पूजा कर रहीं श्रीमती उर्मिला देवी जी से जानते हैं कि छठ पर्व में किन-किन सामग्रियों को रखना जरूरी होता है।
छठ पूजा की सामग्री सूचि
छठ पूजा में दो बड़े बांस की टोकरी जरूरी है, जिन्हें लोकभाषा में पथिया और सूप के नाम से जाना जाता है। इसके साथ डगरी, पोनिया, ढाकन, कलश, पुखार, सरवा का होना भी जरूरी है।
बांस की टोकरी में भगवान सूर्य को भोग लगाने के लिए प्रसाद रखा जाता है। जिनमें ठेकुआ, भुसवा, सुपारी, मखान, अक्षत, अंकुरी, गन्ना, अघौती को रखा जाता है। बता दें कि टोकरी में पांच प्रकार के फल शरीफा, केला, नाशपाती, नारियल और बड़ा वाला नींबू जिसे डाभ कहते हैं, का होना आवश्यक होता है। साथ ही पंचमेर यानि पांच रंग के मिठाई रखे जाते जाते हैं। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि जिस टोकरी में छठ पूजा के लिए प्रसाद रखा जाएगा उनपर सिंदूर और पिठार जरूर लगाएं।
छठ पूजा विधि ( Chhath Puja Vidhi)
छठ पूजा के दिन व्रती महिलाएं व्रत कथा सुनने के बाद भगवान सूर्य को अर्घ्य दें। अर्घ्य देने के लिए गाय का दूध आवश्यक माना जाता है। इसके बाद लाए गए सभी समाग्रियों से भगवान सूर्य को भोग लगाएं और परिवार के सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। भगवान सूर्य की पूजा के लिए चंदन, अगरबत्ती या धूप, कुमकुम और कपूर रखें।
छठ पूजा अर्घ्य शुभ मुहूर्त (Chhath Puja 2022 Arghya Muhurat)
संध्या अर्घ्य: 30 अक्टूबर शाम 05 बजे से 06:30 बजे तक
उषाकाल अर्घ्य : 31 अक्टूबर 2022 प्रातः 06:00 बजे से 07:30 बजे तक