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- पवित्र अश्विन महीने...
हिन्दू पंचांग और कैलेंडर के अनुसार साल का सातवां महीना अश्विन मास कल यानी कि 11 सितंबर से शुरू हो चुका है. अश्विन महीना मां दुर्गा को समर्पित होता है. इस महीने शारदीय नवरात्रि पड़ती हैं, जिसमें मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं और दशहरे के दिन इनका विसर्जन किया जाता है. इस साल 26 सितंबर से शारदीय नवरात्रि प्रारंभ होंगी और 5 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा. अश्विन माह को बहुत पवित्र महीना माना गया है. इस महीने में पितृ पक्ष भी पड़ता है, जो कि 10 सितंबर से शुरू हो चुका है और 25 सितंबर को महालया अमावस्या या सर्व पितृ अमावस्या के साथ समाप्त होगा.
पवित्र अश्विन महीने में न करें ये काम
अश्विन मास बहुत ही पवित्र महीना होता है. इसके पहले भाग में 15 दिन का पितृ पक्ष या श्राद्ध होता है. वहीं शुक्ल पक्ष में नवरात्रि और दशहरा पर्व मनाया जाता है. भगवान राम द्वारा रावण के वध का पर्व विजयादशमी का दिन बहुत धूमधाम से पूरे देश में मनाया जाता है. इस तरह यह महीना पितरों का आशीर्वाद भी दिलाता है और मां अंबे की कृपा भी दिलाता है. आइए जानते हैं इस पवित्र महीने अश्विन में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
अश्विन महीने में गलती से भी नॉनवेज और तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे पितृ और मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं. जिससे जीवन कई मुसीबतों से घिर जाता है.
अश्विन माह में दूध का प्रयोग भी वर्जित है. साथ ही इस महीने में करेला भी नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा बैंगन, मूली, मसूर की दाल, चना, प्याज-लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए.
अश्विन बहुत पवित्र महीना होता है इसमें शराब या कोई भी नशा नहीं करना चाहिए.
इस महीने में ज्यादा से ज्यादा समय पूजा-पाठ, आराधना में दें. बेहतर है कि दुर्गा सप्तशती का पाठ करें. बुरी संगत और समय गंवाने से बचें.