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- गुरुवार के दिन भूलकर...
हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन देवगुरु बृहस्पति और भगवान विष्णु को समर्पित होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, बृहस्पति देव देवताओं के गुरु हैं। ये ज्ञान, धार्मिक कर्म, संतान और वृद्धि के कारक माने जाते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, देवगुरु का आशीर्वाद पाने के लिए इस दिन केले के वृक्ष की पूजा होती है। साथ ही लोग इस दिन भगवान विष्णु जी की भी आराधना करते हैं। पूजा पाठ के अलावा गुरुवार के दिन कुछ कार्य ऐसे होते हैं, जिन्हें करने की मनाही है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, इससे देवगुरु बृहस्पति कमजोर होते हैं। चलिए जानते हैं उन कार्यों के बारे में...
गुरुवार के दिन न करें ये काम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि गुरुवार के दिन जो महिलाएं बाल धोती है, उनके संतान और पति दोनों के जीवन में बुरा प्रभाव पड़ता हैं। साथ ही बृहस्पतिवार के दिन सिर धोने से बृहस्पति कमजोर होता है और बृहस्पति कमजोर होने से कोई भी काम सुचारू तरीके से पूर्ण नहीं हो पाता है। इसलिए इस दिन बाल न धोएं।
मान्यता के अनुसार, गुरुवार के दिन नाखून नहीं काटने चाहिए और न ही दाढ़ी बनवानी चाहिए। शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि जो व्यक्ति ऐसा करता है तो वह देवगुरू बृहस्पति अशुभ फल प्राप्त होते हैं।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा में सरसों के तेल या तिल के तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए। इस दिन केवल देसी घी के दीपक का ही इस्तेमाल करना चाहिए, इससे भगवान प्रसन्न होते हैं।
मान्यता के अनुसार, गुरुवार के दिन घर में पोछा नहीं लगाना चाहिए। इस दिन पोछा लगाने से घर का ईशान कोण कमजोर होता है और ईशान कोण को संबंध घर के छोटे सदस्यों से है। ऐसे में इस दिन घर में पोछा लगाने से बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।