- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- होलाष्टक के दौरान न...
x
होलाष्टक के दौरान किसी भी तरह के शुभ और मांगलिक कामों को करने की मनाही है
पंचांग के अनुसार, होली के ठीक पहले 8 दिन के होलाष्टक होते है। इस साल होलाष्टक 8 नहीं बल्कि पूरे 9 दिनों के पड़ रहे हैं। 27 फरवरी से शुरू होकर 7 मार्च तक चलेंगे। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शुरू होकर फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि के साथ समाप्त होंगे। पंचांग के अनुसार, होलाष्टक के दौरान किसी भी तरह के शुभ और मांगलिक कामों को करने की मनाही होती है। जानिए शास्त्रों के अनुसार, होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें।
होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें ( Holashtak 2023 Do And Don't)
होलाष्टक के दौरान क्या करें
शास्त्रों के अनुसार, होलाष्टक के दौरान पूजा पाठ करना शुभ माना जाता है। इसलिए भगवान विष्णु के साथ अन्य देवी देवताओं की पूजा अवश्य करें।
होलाष्टक के दौरान मंगल ऋण मोचन स्त्रोत और श्री सूक्त का पाछ अवश्य करें। ऐसा करने से हर तरह के संकट दूर होने के साथ कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।
होलाष्टक के दौरान हनुमान जी के साथ भगवान नृसिंह की पूजा करना शुभ होता है।
रोगों से छुटकारा पाने के लिए शिव पूजा और महामृत्युंजय मंत्र का अनुष्ठान करें।
धन संपदा के लिए होलाष्टक के दौरान हवन करना शुभ होगा। इसलिए हवन में गुड़, हल्दी की गांठ, कनेर के फूल और पीली सरसों से आहुति जरूर दें।
होलाष्टक के दौरान न करें ये काम
होलाष्टक के दौरान किसी भी तरह के शुभ और मांगलिक कामों को करने की मनाही है। इसलिए होलाष्टक के नौ दिनों तक शादी-विवाह, मुंडन-छेदन, गृह प्रवेश आदि 16 संस्कार मांगलिक काम न करें। इसके अलावा घर, वाहन,वस्त्र, वस्त्र आदि न करें। इसके अलावा भूमि पूजन, नया व्यापार न शुरू करें और न किसी यात्रा पर जाएं।
Tagsवास्तु दोषवास्तु दोष के उपायवास्तु दोष निवारण के उपायवास्तु शास्त्रवास्तु शास्त्र का ज्ञानवास्तु के नियमवास्तु टिप्सकुछ महत्वपूर्ण वास्तु नियमसनातन धर्महिंदू धर्मभारतीय ज्योतिष शास्त्रज्योतिष शास्त्रVastu DoshaVastu Dosha RemediesVastu ShastraKnowledge of Vastu ShastraRules of VastuVastu TipsSome Important Vastu RulesSanatan DharmaHinduismIndian AstrologyJyotish Shastraजनता से रिश्ताजनता से रिश्ता न्यूज़लेटेस्ट न्यूज़न्यूज़ वेबडेस्कआज की बड़ी खबरRelationship with publicrelationship with public newslatest newsnews webdesktoday's big news
Apurva Srivastav
Next Story