धर्म-अध्यात्म

मौनी अमावस्या पर न करें ये 5 काम

Bhumika Sahu
1 Feb 2022 5:36 AM GMT
मौनी अमावस्या पर न करें ये 5 काम
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इस बार फरवरी मास (February Month) की शुरुआत बेहद शुभ दिन से हुई है. आज मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) है और खास बात ये है कि इस दिन दो बेहद शुभ योग भी बन रहे हैं. आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग (Sarvartha Siddhi Yoga) का निर्माण हो रहा है. साथ ही मकर राशि में […]

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इस बार फरवरी मास (February Month) की शुरुआत बेहद शुभ दिन से हुई है. आज मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) है और खास बात ये है कि इस दिन दो बेहद शुभ योग भी बन रहे हैं. आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग (Sarvartha Siddhi Yoga) का निर्माण हो रहा है. साथ ही मकर राशि में सूर्य ,चंद्रमा, बुध, शनि के एक साथ रहने से चतुर्ग्रही योग भी बनेगा. आज के दिन गंगा स्नान (Ganga Snan), नारायण का पूजन और पितरों को तर्पण जरूर करना चाहिए. इससे आपके तमाम पाप कटते हैं, आपका जीवन बेहतर होता है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके अलावा दान पुण्य आदि कार्य जरूर करने चाहिए.

मौनी अमावस्या तिथि 31 जनवरी 2022 को दोपहर 02:18 बजे से शुरू हुई थी और आज सुबह 11:15 बजे तक है. यानी स्नान और दान आदि सुबह 11:15 तक करना बेहद शुभ है. इसके साथ ही आज के दिन कुछ बातों को ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि आपको मौनी अमावस्या का पूरा पुण्य प्राप्त हो सके.
मौनी अमावस्या पर न करें ये 5 काम
– घर में किसी तरह का क्लेश न करें और न ही किसी का दिल दुखाएं. सुख और शांति के साथ दिन व्यतीत करने के लिए नारायण का जाप करें.
– आज संभव हो तो पीपल के वृक्ष की पूजा करें, लेकिन उन्हें स्पर्श न करें. पीपल को जल अर्पित करें और अपने पितरों को नमन करते हुए भूल चूक की माफी मांगें. अगर संभव हो तो पीपल का पौधा भी लगाएं.
– आज के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि अमावस्या पर यौन संबंध बनाने से आपकी संतानों को कई तरह के कष्ट भोगने पड़ते हैं और उन्हें जीवन के सारे सुख नहीं मिल पाते.
– अमावस्या के दिन मांस मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे आपकी धन हानि होती है, साथ ही पितरों को दुख पहुंचता है. आज के दिन नारायण का ध्यान करना चाहिए. संभव हो तो गीता का पाठ करें. इससे पितरों को तमाम कष्टों से मुक्ति मिलेगी.
– आज की रात किसी श्मशान घाट या कब्रिस्तान में या उसके आस-पास नहीं घूमें. मान्यता है कि अमावस्या की रात को बुरी आत्माएं सक्रिय होती हैं.
सर्वार्थ सिद्धि योग की महत्ता समझिए
सर्वार्थ सिद्धि योग को बहुत विशेष और शुभ माना जाता है. ये योग निश्चित वार और निश्चित नक्षत्र के संयोग से बनता है. ये योग सभी उद्देश्यों के लिए शुभ माना गया है. मान्यता है कि इस योग में किया गया कोई भी काम सफल होता है.


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