धर्म-अध्यात्म

दिवाली आज, कालरात्रि में आज विधि विधान से होगी काली पूजा

Subhi
24 Oct 2022 5:12 AM GMT
दिवाली आज, कालरात्रि में आज विधि विधान से होगी काली पूजा
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कार्तिक अमावस्या की निशा में होने वाली काली पूजा बंगाल में श्यामा पूजा या महानिशि पूजा के नाम से भी जानी जाती है। यह पूजा 24 अक्तूबर को कालरात्रि में होगी। कोलकाता में दक्षिणेश्वरी काली मंदिर जबकि काशी में देवनाथपुरा स्थित शवशिवा काली मंदिर आस्था का केंद्र बनता है।

एक ही विग्रह में शिव और काली

शवशिवा काली मंदिर की स्थापना 1789 में पश्चिम बंगाल के राजा चंद्रराय के पुरोहित चंद्रशेखर शर्मा ने कराई थी। आगे से देखने पर इस विग्रह में शव के ऊपर शिव और शिव के ऊपर काली जबकि पीछे से शिवलिंग के दर्शन होते हैं। मंदिर समिति के सचिव देवाशीष दास की देखरेख में मुख्य पूजा 24 अक्तूबर की शाम होगी। अन्नकूट की झांकी 26 अक्तूबर को सजेगी।

नव संघ में काली प्रतिमा शहर के पांडेय हवेली, सोनारपुरा, भेलूपुरा क्षेत्र के बंगीय दुर्गापूजा पंडालों में काली प्रतिमा स्थापित की जाएगी। देवनाथ पुरा स्थित नवसंघ क्लब के पंडाल में मां काली की विशाल प्रतिमा स्थापित होगी। इस अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रम होंगे। सोनारपुरा स्थित वाणी संघ, भेलूपुर स्थित जिम स्पोर्टिंग क्लब, शारदोत्सव संघ समेत अन्य स्थानों पर भी मां काली का पूजन किया जाएगा।


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