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दिवाली की कुंडली...अगले एक साल तक ऐसे रहेंगे आर्थिक हालात,जानिए
दिवाली की कुंडली...अगले एक साल तक ऐसे रहेंगे आर्थिक हालात,जानिए
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | दिवाली के दिन बनने वाली ग्रह स्थितियों से वर्ष की आर्थिक कुंडली भी बनायी जाती है। मेदिनी ज्योतिष में कार्तिक अमावस्या के दिन सूर्य-चंद्र के तुला राशि में एक अंशों पर युति करने के समय बनायी जाने वाली कुंडली से अगले एक वर्ष की आर्थिक और सामाजिक स्थिति का आकलन किया जाता है। कार्तिक अमावस्या यानि दिपावली किस दिन (वार) तथा किन योगों में पड़ रही है, इसके प्रभाव का मूल्यांकन भी ज्योतिष के दृष्टिकोण से करके बाजार की स्थिति तथा वस्तुओं की कीमतों के संबंध में भविष्य कथन किया जाता है।
कुछ ऐसा होगा आने वाला साल
अगर दिवाली शनिवार, मंगलवार या रविवार को पड़े तब इसे शुभ नहीं मानते क्योंकि इन वारों के स्वामी ग्रह शनि, मंगल और सूर्य क्रूर और रूखे ग्रह हैं। इसके विपरीत दिवाली का सोमवार, बुधवार, गुरुवार या शुक्रवार को पड़ना तथा सूर्य-चंद्र का शुभ ग्रहों से संबंध बनाना आर्थिक उन्नति के लिए अच्छा माना जाता है। पिछले वर्ष 27 अक्टूबर को दिपवाली रविवार को पड़ी थी तथा सूर्य से 12 वें घर में मंगल-शनि के अशुभ प्रभाव के कारण भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों को आर्थिक मंदी जैसी स्थिति से गुजरना पड़ा। इस वर्ष दिवाली 14 नवंबर है और इस दिन शनिवार को है। ऐसे में इसे भी शुभ नहीं कहा जा सकता। ज्योतिषशास्त्री सचिन मल्होत्रा बताते हैं कि इसकी वजह से अगले कुछ महीने कठिन आर्थिक स्थिति से देश को गुजरना पड़ सकता है।
आर्थिक मंदी से उबरने में लग सकता है अभी अधिक समय
14 नवंबर को शनिवार के दिन अमावस्या तिथि भारतीय मानक समय अनुसार दोपहर 2 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी तथा अगले दिन यानि 15 नवंबर को रविवार सुबह 10 बजकर 36 मिनट पर अमावस्या समाप्त होगी और कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा आरंभ हो जाएगी। इसलिए दिवाली शनिवार को रात में मनाई जाएगी। ज्योतिष के ग्रंथ भविष्यफल भास्कर के अनुसार कार्तिक अमावस्या के दिन यदि शनिवार हो तो अन्न का नाश हो यानी कृषि की हानि होती है। राजाओं में युद्ध हो। वर्तमान परिवेश में इसे देखें तो यह योग महंगाई बढ़ने तथा बड़े देशों में विवाद गहराने से आर्थिक संकट पैदा होने का ज्योतिषीय संकेत है।
यहां दर्ज की जाएगी तेजी
कार्तिक अमावस्या की कुंडली सूर्य-चंद्र के तुला राशि में रविवार को सुबह 10 बजकर 36 मिनट पर एक अंश में आने पर बनेगी। धनु लग्न की इस कुंडली में लग्न में बैठे गुरु देश के आर्थिक हालात में कुछ सुधार का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन धन स्थान में शनि और हानि स्थान यानी 12वें घर में केतु शुभ नहीं हैं। व्यापार के कारक ग्रह बुध तुला राशि में सूर्य और चंद्रमा के साथ होकर मंगल की आठवीं तथा शनि की दसवीं दृष्टि से पीड़ित हैं, जिससे दिवाली के बाद स्टॉक मार्किट में बिकवाली तथा सर्राफा बाजार में कुछ तेजी दर्ज की जाएगी।
महिलाओं के लिए अच्छे रहेंगे आने वाले दिन
दशम भाव में बैठे वर्गोत्तम शुक्र की स्थिति दिवाली की कुंडली में कुछ अच्छे संकेत दे रही है। शुक्र की प्रबलता के कारण महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सरकार की ओर से जल्द ही विशेष प्रयास होंगे। आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के जनधन खातों में मोदी सरकार फिर से सहायता पंहुचा सकती है। आजाद भारत की कुंडली में चल रही शनि-चंद्र की कमजोर दशा के कारण अगले वर्ष मई-जून तक अर्थव्यस्था की रफ्तार धीमी गति से ही बढ़ पाएगी।