धर्म-अध्यात्म

इस संसार में क्रिसमस त्योहार क्यों मनाया जाता है जानें महत्व

Teja
25 Dec 2021 10:04 AM GMT
इस संसार में क्रिसमस त्योहार क्यों मनाया जाता है जानें महत्व
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दुनियाभर में मनाया जाने वाला त्योहार क्रिसमस पर परम पिता परमेश्वर के पुत्र प्रभु यीशु का जन्म हुआ। क्रिसमस शब्द का जन्म क्राइस्ट मास शब्द से हुआ है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | दुनियाभर में मनाया जाने वाला त्योहार क्रिसमस पर परम पिता परमेश्वर के पुत्र प्रभु यीशु का जन्म हुआ। क्रिसमस शब्द का जन्म क्राइस्ट मास शब्द से हुआ है। क्रिसमस के दिन लोग प्रभु यीशु की शिक्षाओं को पढ़ते हैं और उनका अनुसरण करते हैं। चर्च में समारोह आयोजित होते हैं, लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं।

प्रभु यीशु ने दुनिया को भाईचारे की सीख दी और लोगों को भगवान के करीब रहने का मार्ग दिखाया।
क्रिसमस का पारंपरिक रंग, हरा, लाल और सुनहरा है। हरा रंग जीवन और पुनर्जन्म का प्रतीक है। लाल रंग प्रभु यीशु के खून का प्रतीक है और सुनहरा रंग उजाले के साथ धन और संपदा का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि 336 ई. में रोम में सबसे पहला क्रिसमस डे मनाया गया। यूरोपीय देशों में 24 दिसंबर से क्रिसमस समारोह शुरू हो जाते हैं। क्रिसमस ऐसा त्योहार है, जिस दिन लगभग पूरे संसार में अवकाश रहता है। पोलैंड में मकड़ी के जालों को क्रिसमस ट्री पर सजाने की परंपरा है, मान्यता के अनुसार मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ बच्चों को उपहार देते हैं। इनका चरित्र संत निकोलस पर आधारित है। जो बच्चों से बेहद प्यार करते थे और बच्चों को उपहार देने का आनंद लेते थे। मान्यता है कि सेंटा को क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सभी घरों का दौरा करने के लिए हर सेकंड में 822 घरों का दौरा करना होता है। क्रिसमस केक हर जगह मशहूर है। इस केक को बेर केक नाम से जाना जाता है। यूरोप में हर साल लगभग 60 मिलियन क्रिसमस पेड़ लगाए जाते हैं। पिछली सदी तक क्रिसमस की पूर्व-संध्या पर डरावने किस्से और कहानियां सुनाने की प्रथा थी, जो अब लुप्त हो चुकी है।



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