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धर्म-अध्यात्म
Chhath Puja 2022: 36 घंटे भूखे-प्यासे रह कर रखा जाता है छठ व्रत, जानें तिथि
Tulsi Rao
4 Aug 2022 1:17 PM GMT
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Chhath Puja 2022 Date: हिंदू धर्म में छठ पूजा का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. इस बार छठ पर्व 30 अक्टूबर के दिन है. छठ का पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है. इन चार दिनों में छठी माता और सूर्य देव की विधिवत्त पूजा की जाती है. छठ का व्रत सभी व्रतों में से कठिन व्रतों में से एक है. ये व्रत संतान प्राप्ति और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए रखा जाता है. इस दिन व्रती 36 घंटे निर्जला उपवास करती हैं. आइए जानते हैं छठ पर्व के प्रमुख पर्व नहाय, खाय और खरना के बारे में.
छठ पूजा 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में छठ पूजा का पर्व 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त
30 अक्टूबर सूर्यास्त के समय शाम 5 बजकर 37 मिनट से शुरू होकर 31 अक्टूबर- सूर्योदय सुबह 06 बजकर 31 मिनट तक है.
छठ पूजा 2022 कैलेंडर
28 अक्टूबर 2022, शुक्रवार- नहाय खाय से छठ पूजा का प्रारंभ होगा.
29 अक्टूबर 2022, शनिवार- खरना.
30 अक्टूबर 2022, रविवार- छठ पूजा, डूबते सूर्य को अर्घ्य.
31 अक्टूबर 2022, सोमवार, उगते हुए सूर्य को अर्घ्य, छठ पूजा का समापन, पारण का दिन
नहाय खाय के दिन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार छठ पूजा का प्रारंभ नहाय खाय से होता है. इस दिन घर की साफ-सफाई की जाती है. इसके बाद शाकाहारी भोजन का सेवन किया जाता है. इसलिए इसे नहाय-खाय के नाम से जाना जाता है.
खरना के दिन
छठ पूजा का दूसरा दिन खरना कहलाता है. इसे लोहंडा के नाम से भी जाना जाता है. खरना के दिन व्रत की शुरुआत होती है. इस दिन रात में खीर बनाई जाती है और खाकर 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाता है. छठ पूजा के दूसरे दिन पूजा का प्रसाद बनाया जाता है.
डूबते सूर्य को अर्घ्य
कार्तिक माह की शुक्ल षष्ठी के दिन छठी मैया और सूर्य देव की पूजा की परंपरा है. इस दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.
उगते सूर्य को अर्घ्य
छठ पूजा के आखिरी दिन समापन होता है. इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन किया जाता है और 36 घंटे के निर्जला व्रत का पारण होता है.
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