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धर्म-अध्यात्म
महादेव के इस चमत्कारी मंत्र का करे जाप, मिलेगी कृपा
jantaserishta.com
20 March 2022 3:52 PM GMT
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क: सोमवार का दिन भोलनाथ को समर्पित है. इस दिन बड़ी संख्या में भक्त महादेव की कृपा पाने और उन्हें प्रसन्न करने के लिए पूरी श्रद्धा के साथ पूजा-पाठ और व्रत आदि करते हैं. कहते हैं कि इसदिन व्रत और पूजा पाठ करने से महादेव प्रसन्न होकर भक्तों के सभी संकटों को दूर करते हैं. जो भक्त महाकाल की पूजा करता हैं, वह भयमुक्त और रोगमुक्त जिंदगी जीता है और उसे अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता है.
सोमवार के दिन भगवान शिव जी के चमत्कारी और सबसे प्रिय मंत्र महामत्युंजय मंत्र का जाप किया जाए, तो शिव जी बेहद प्रसन्न होते हैं. ये मंत्र सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक है. शिवपुराण के अनुसार महामृत्युंजय मंत्र के जाप से संसार के सभी कष्ट से मुक्ति मिलती है. साथ ही व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता आती है. आइए जानते हैं महामृत्युंजय मंत्र के का अर्थ और इसके फायदों के बारे में.
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
महामृत्युंजय मंत्र का हिंदी अर्थ
इसका अर्थ है कि हम त्रिनेत्र को पूजते हैं. भगवान शिव सुगंधित हैं और हमारा पोषण करते हैं. जैसे फल शाखा के बंधन से मुक्त हो जाता है वैसे ही हम भी मृत्यु और नश्वरता से मुक्त हो जाएं.
कब और कैसे करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप ?
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार महामृत्युंजय मंत्र का जाप रोजाना सुबह 4 बजे या ऑफिस जाने से पहले करना उत्तम होता है. ऐसी मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के नकारात्मकता का नाश होता है. शिवपुराण में ऐसा कहा गया है कि इस मंत्र का 108 बार जाप करने से व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिलता है.
महामृत्युंजय मंत्र के फायदे
- धार्मिक मान्यता है कि भय से छुटकारा पाने के लिए 1100 मंत्र का जाप करना चाहिए.
- रोगों से मुक्ति के लिए 11000 मंत्रों का जाप करें.
- वहीं, पुत्र प्राप्ति के लिए, जीवन में उन्नति और अकाल मृत्यु से बचने के लिए सवा लाख की संख्या में मंत्र जप करना शुभ माना गया है.
- अगर इतनी संख्या में मंत्र जाप करना संभव नहीं है, तो 108 बार मंत्र जाप भी किया जा सकता है.
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