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धर्म-अध्यात्म
चाणक्य नीति: जिन स्त्रियों में हों ये गुण, उनसे बनाए रखे दुरी जाने क्यों
Teja
6 May 2022 5:18 AM GMT
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शास्त्रों में स्त्री को वंदनीय माना गया है. स्त्री को शक्ति और देवी का प्रतीक माना गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शास्त्रों में स्त्री को वंदनीय माना गया है. स्त्री को शक्ति और देवी का प्रतीक माना गया है. चाणक्य ने ऐसी स्त्रियों से दूरी बनाने के लिए कहा जिनमें अंहकार, अज्ञानता और लालच जैसे अवगुण हों. चाणक्य के अनुसार इन अवगुणों से युक्त स्त्री स्वयं का भी नाश करती है वहीं जो उसके नजदीकी होते हैं उनका भी नाश ही करती है. चाणक्य ने नीतिशास्त्र में स्त्रियों के बारे में भी महत्वपूर्ण बातें बताई हैं. नीतिशास्त्र में कुछ ऐसी महिलाओं के बारे में बताया गया है जिनसे किसी को भी हमेशा दूरी बनाकर रखना चाहिए अन्यथा आप परेशानी में फंस सकते हैं. तो जानते हैं कि वे कौन सी स्त्रियां हैं जिनसे हमेशा दूरी बनाकर रखनी चाहिए.
1. अंहकार
स्त्री को अंहकार से बचना चाहिए. स्त्री को कभी भी किसी बात का अंहकार नहीं करना चाहिए. चाणक्य ने स्त्रियों के लिए अंहकार को बेहद खतरनाक बताया है. चाणक्य के अनुसार जब स्त्री में अंहकार आ जाता है तो उससे लक्ष्मी और माता सरस्वती रुठ जाती हैं. सुख-समृद्धि का धीरे-धीरे घर से नष्ट होने लगती है.
2. अज्ञानता
चाणक्य के अनुसार स्त्री को ज्ञानवान होना चाहिए. समाज के निर्माण में स्त्रियों की भूमिका सबसे अहम मानी गई है. शिक्षित और ज्ञान से पूर्ण स्त्रियां ही इस समाज को नई दिशा प्रदान करती हैं. क्योंकि वे इस गुण से घर को स्वर्ग बनाती हैं. घर से ही समाज के निर्माण का रास्ता बनता है.
3. लालच
स्त्रियों को इस अवगुण से चाणक्य ने बचने के लिए कहा है. चाणक्य के अनुसार जब स्त्री लालज करने लगती है तो वह घर की सुख शांति को नष्ट करने लगती है. घर के सदस्यों का जीवन तनाव से भर जाता है. तनाव से व्यक्ति की कार्यकुशलता प्रभावित होने लगती है और एक दिन ऐसा आता है कि सबकुछ नष्ट हो जाता है.
4. दुष्ट स्वभाव की स्त्रियां
चाणक्य के अनुसार दुष्ट स्वाभाव वाली स्त्री से हमेशा दूर रहना चाहिए, ऐसी स्त्री अपने स्वार्थ के लिए समय आने पर आपको अपमानित करने का साथ ही अहित करने से भी पीछे नहीं हटती है. ऐसी स्त्री आपका सर्वनाश कर सकती है, इसलिए कभी भी ऐसी स्त्री के साथ नहीं रहना चाहिए.
5. चरित्रहीन स्त्री
जो स्त्री एक से अधिक पुरूषों से संबंध रखती हो या जिसे समाज में वैश्या माना जाता है, ऐसी स्त्री से हमेशा दूर रहने में ही भलाई है. ऐसी स्त्री के घर का भोजन करना भी पाप की श्रेणी में आता है. धुम्रपान और मदिरापान करने और बुरे कर्म में लिप्त स्त्री बहुत दूर रहना चाहिए.ऐसी स्त्री के कारण आपको समाज नें मानहानि का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं, इसलिए ऐसी स्त्री को देखते ही वहां से हट जाना चाहिए.
Teja
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