धर्म-अध्यात्म

Chanakya Niti: ऐसे लोग होते हैं दरिद्र...लक्ष्मी रहती है कोसो दूर...सदैव होती है धन की कमी

Gulabi
14 Oct 2020 2:04 PM GMT
Chanakya Niti: ऐसे लोग होते हैं दरिद्र...लक्ष्मी रहती है कोसो दूर...सदैव होती है धन की कमी
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चाणक्य सिर्फ एक शिक्षक ही नहीं थे, चाणक्य विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Chanakya Niti Hindi: चाणक्य सिर्फ एक शिक्षक ही नहीं थे, चाणक्य विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे. जिन्हे हर विषय की सूक्ष्म से सूक्ष्म जानकारी थी. यही वजह है कि इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी चाणक्य द्वारा रचित चाणक्य नीति की प्रासंगिकता कम नहीं हुई है. चाणक्य नीति में जीवन को सफल बनाने के मंत्र छिपे हैं. यही वजह है कि आज भी बड़ी संख्या में लोग चाणक्य नीति का अध्ययन करते हैं और इसमें बताई गई बातों पर अमल कर अपने जीवन को सफल बनाने का प्रयास करते हैं.

चाणक्य की मानें तो भौतिक युग में धन एक प्रमुख साधन है. धन के बिना व्यक्ति का जीवन संकटों और अभावों से घिर जाता है. इसलिए चाणक्य ने व्यक्ति के जीवन में धन का विशेष महत्व बताया है. चाणक्य लक्ष्मी जी को धन देवी मानते हुए कहते हैं कि लक्ष्मी जी का स्वभाव बहुत ही चंचल होता है. ये एक जगह अधिक देर तक नहीं रहती हैं, इसलिए व्यक्ति को लक्ष्मी जी का आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए.

धन का संचय करें

चाणक्य के अनुसार धन का व्यय बहुत सोच समझकर करना चाहिए. जो लोग धन खर्च करने के मामले में लापरवाही बरतते हैं और बिना सोचे समझें धन को खर्च करते हैं, ऐसे लोगों को संकट आने पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है. क्योंकि धन संकट के समय सबसे अच्छा मित्र होता है. इसलिए धन को खर्च करने बजाए इसके संचय पर ध्यान देना चाहिए. धन की बचत करनी चाहिए, क्योंकि बुरे वक्त में यही धन सहायता प्रदान करता है.

धन का प्रयोग दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए न करें

चाणक्य के अनुसार धन का प्रयोग बहुत ही सावधानी से करना चाहिए. जो लोग धन का प्रयोग दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए करते हैं उनसे लक्ष्मी जी नाराज हो जाती है. धन का प्रयोग सदैव लोक कल्याण के लिए करना चाहिए. अवश्यकता से अधिक धन का संचय कई तरह की परेशानियों और संकटों को जन्म देता है. इसलिए जितनी आवश्यकता हो उतना ही धन संचय करना चाहिए. क्योंकि अधिक धन कई तरह की बुराईयों को जन्म देता है.

सामाजिक कार्यों में सहयोग करना चाहिए

चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को हमेशा सामाजिक कार्यों में रूचि लेनी चाहिए और अपना सहयोग प्रदान करना चाहिए. जो लोग ऐसा करते हैं उनसे लक्ष्मी जी प्रसन्न रहती हैं. धन आने पर जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए.

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