धर्म-अध्यात्म

Chanakya Niti: जानिए यह पांच बातें, 'जो दूसरों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है वह सदैव सफलता प्राप्त करता है'

Nilmani Pal
10 Nov 2020 11:07 AM GMT
Chanakya Niti: जानिए यह पांच बातें, जो दूसरों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है वह सदैव सफलता प्राप्त करता है
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चाणक्य के अनुसार हर व्यक्ति चाहता है कि उसे जीवन में कभी निराशा न मिले, वही हमेशा सफलता प्राप्त करें

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चाणक्य नीति व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है. चाणक्य नीति की विशेष बात ये है कि हर परिस्थिति से निपटने के लिए प्रेरित करती है. यही नहीं व्यक्ति को खुशी के पल और दुख की घडी में किस तरह का व्यवहार करना चाहिए इस बारे में भी बहुत ही प्रभावशाली ढ़ग से बताती है. यह वजह है कि इतने वर्षों के बाद भी आचार्य चाणक्य की चाणक्य नीति की लोकप्रियता बनी हुई है.


चाणक्य के अनुसार हर व्यक्ति चाहता है कि उसे जीवन में कभी निराशा न मिले, वही हमेशा सफलता प्राप्त करें और हर जगह उसे सम्मान और लोकप्रियता मिले. लेकिन ये इतना आसान नहीं है. ये सुख पाने के लिए व्यक्ति को कई प्रकार के जतन करने पड़ते हैं. जैसा की सभी जानते हैं कि हर सफलता के पीछे एक कठिन परिश्रम और संघर्ष की कहानी छिपी होती है.


चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति सामने वाले को प्रभावित करने का गुण रखता है वह सदैव सफलता प्राप्त करता है. लेकिन ये गुण कैसे विकसित किया जाए? इसके लिए चाणक्य की इन बातों को जानना चाहिए-


विषय पर अच्छी पकड़ बनाएं

चाणक्य के अनुसार जब तक आपकी किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ नहीं बनेगी आप सामने वाले को प्रभावित करने में नाकाम रहेंगे. सामने वालों को प्रभावित करने के विषय को अच्छे ढंग से जानना और समझना बहुत जरूरी है.


सोच-समझ कर ही बोलें

चाणक्य के अनुसार बोलते समय बहुत जरूरी है कि सोच समझकर बोलें. जो लोग इस बात का ध्यान नहीं रखते हैं सामने वाले व्यक्ति को प्रभावित करने में असफल रहते हैं.


तथ्यों का पूर्ण ध्यान रखें

चाणक्य के अनुसार सामने वाले व्यक्ति से जब भी बात करें तो उस विषय से संबंधित सभी तथ्यों की जानकारी होना बहुत ही जरूरी है. तथ्यों की जब तक जानकारी नहीं होगी तब तक सामने वाला व्यक्ति आपको गंभीरता से नहीं लेगा.


बात को सरल तरीके से कहें

चाणक्य के अनुसार गंभीर बात को सदैव सरल तरीके से कहने की कोशिश करनी चाहिए. एक विद्वान का मानना है कि सबसे कठिन कार्य होता है सरल बात कहना और लिखना. ये गुण तभी आता है जब आपका चिंतन मौलिक होता है.


मानवतावादी दृष्टि कोण बनाएं रखें

चाणक्य के अनुसार सफलता तभी मिलती है जब आपके कार्यों में कहीं न कहीं मानवतावादी दृष्टिकोण भी हो. मानवतावादी दृष्टि कोण से हर कोई प्रभावित होता है और इसकी सराहना करता है.

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