धर्म-अध्यात्म

चाणक्य नीति : व्यक्ति में हो अगर ये 3 अवगुण, भ्रष्ट हो जाती है बुद्धि

Rani Sahu
22 Jan 2023 5:08 PM GMT
चाणक्य नीति : व्यक्ति में हो अगर ये 3 अवगुण, भ्रष्ट हो जाती है बुद्धि
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आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने व्यक्ति के अवगुणों का भी जिक्र अपने नीति ग्रंथ में किया है. हम ऐसे तीन अवगुणों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जो एक व्यक्ति के विकास को रोक सकते हैं और उसकी बुद्धि तक भ्रष्ट कर सकते हैं.
अहंकार
चाणक्य नीति कहती है कि अहंकार या घमंड में रहने वाला व्यक्ति अपने पैरों पर खुद कुल्हाड़ी मारता है. चाणक्य कहते हैं कि घमंड में डूबा इंसान सदा गुस्से (anger) में रहता है और वह खुद को सबसे ऊपर समझता है. चाणक्य नीति के अनुसार पद और पैसा जैसी सुविधाएं आज है कल नहीं और जब व्यक्ति इस नशे से बाहर आता है, तो वह पूरी तरह बर्बाद हो जाता है.
लालच
हम सभी जीवन में सुख एवं सुविधाओं के लिए पैसा कमाते हैं पर गलत तरीके से कमाया गया पैसा सिर्फ बर्बादी ही देता है. लालच एक अवगुण है जिसका कोई आधार नहीं होता है. चाणक्य कहते हैं कि पलभर के विकास में भविष्य को खराब करना एक घाटे का सौदा है.
झूठ बोलना
चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति झूठ बोलने का आदी होता उसे एक न एक दिन सजा भुगतनी ही पड़ती है. लोग अपने फायदे के लिए झूठ बोलने जैसे अवगुण को अपना लेते हैं. शुरू में सब अच्छा लगता है पर सच सामने आने पर चीजें बहुत बिगड़ भी जाती है. इस आदत से जितना दूर रहा जाए उतना बेहतर होता है.
Source : Hamara Mahanagar
{जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।}
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