धर्म-अध्यात्म

चाणक्य नीति : घर बनवाने के लिए जगह निर्धारित करने से पहले चाणक्य की 5 बातों का रखें ध्यान, कभी नहीं होगी परेशानी

Renuka Sahu
25 Sep 2021 1:30 AM GMT
चाणक्य नीति : घर बनवाने के लिए जगह निर्धारित करने से पहले चाणक्य की 5 बातों का रखें ध्यान, कभी नहीं होगी परेशानी
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फाइल फोटो 

जीवन में सफलता हर कोई पाना चाहता है. हर को अच्छा और आरामदायक जीवन पाना चाहता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जीवन में सफलता हर कोई पाना चाहता है. हर को अच्छा और आरामदायक जीवन पाना चाहता है. लेकिन सिर्फ सोचने मात्र से ये सब कुछ नहीं हो सकता. इसके लिए सही दिशा में कदम उठाना भी बहुत जरूरी है. सफलता के लिए जितनी जरूरी सही दिशा में मेहनत है, उतना ही जरूरी वो स्थान भी है, जहां आप रहते हैं.

जी हां, आचार्य चाणक्य का मानना था कि व्यक्ति को यदि सफल होना है, तो उसे अपना मकान बनवाने के लिए स्थान निर्धारित करते समय कुछ बातों पर ध्यान देना जरूरी है. वर्ना सफलता दूर होने के साथ भविष्य में भी तमाम परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं. जानिए उन 5 बातों के बारे में जिन्हें परखने की बात आचार्य ने कही है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि
यस्मिन देशे न सम्मानो न वृत्तिर्न च बांधव:,
न च विद्यागमोऽप्यस्ति वासस्तत्र न कारयेत्.
इस श्लोक का अर्थ है कि जहां सम्मान न हो, रोजगार न हो, कोई दोस्त या रिश्तेदार न हो, शिक्षा न हो और लोगों में अच्छे गुण न हों, ऐसी जगह पर घर कभी नहीं बनवाना चाहिए. उस जगह को छोड़ देने में ही भलाई है.
इन पांच मापदंडों पर जगह को परखें
1. जिस जगह आपका कोई सम्मान न हो, उस जगह पर कभी नहीं रहना चाहिए क्योंकि आसपास के लोग भी देखकर ही आचरण करते हैं. आपको सम्मान मिलते न देख, वे भी आपका सम्मान नहीं करेंगे. ऐसी जगह रहना व्यर्थ है.
2. आचार्य का मानना था कि यदि तरक्की करनी है तो बेहतर रोजगार भी करना पड़ेगा. इसलिए रहने का स्थान वहां होना चाहिए, जहां आपके लिए रोजगार के अवसर मौजूद हों. अगर रोजगार के मौके नहीं, तो जगह कितनी ही सुंदर क्यों न हो, आपके लिए बेकार है.
3. जीवन में कभी न कभी ऐसा समय जरूर आता है, जब आपको अपने दोस्त और रिश्तेदारों की जरूरत होती है. इसलिए घर वहां बनवाएं जहां आपके दोस्त और रिश्तेदार रहते हों. वरना मुश्किल समय आपके लिए परेशानी का सबब बन जाएगा.
4. शिक्षा की अच्छी व्यवस्था देखना बहुत जरूरी है क्योंकि शिक्षा से ही व्यक्तित्व का निर्माण होता है. अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देना आपका कर्तव्य है. इसलिए रहने के लिए ऐसा स्थान चुनिए जहां आपके बच्चों का उज्जवल भविष्य हो.
5. जिस जगह आपके लिए कुछ नया सीखने का अवसर हो, वो जगह आपके रहने के लिए अच्छी है. इसलिए ऐसी जगह को चुनें जहां आपके लिए ​ज्यादा से ज्यादा सीखने का अनुभव हो.


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