धर्म-अध्यात्म

चैत्र पूर्णिमा सही तारीख के साथ स्नान पूजा का मुहूर्त

Tara Tandi
4 April 2024 12:52 PM GMT
चैत्र पूर्णिमा सही तारीख के साथ स्नान पूजा का मुहूर्त
x
ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या को बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह में एक बार आती है अभी चैत्र मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली पूर्णिमा को चैत्र पूर्णिमा के नाम से जाना जा रहा है जो हिंदू नव वर्ष की पहली पूर्णिमा है। चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम के नाम से भी जानते हैं इस दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा का विधान होता है
मान्यता है कि इस दिन विष्णु लक्ष्मी की एक साथ पूजा करने से धन की कमी दूर हो जाती है और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूर्णिमा तिथि पर स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप का विधान होता है मान्यता है कि इस दिन अगर पवित्र नदी में स्नान किया जाए तो देवी देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा चैत्र पूर्णिमा की तारीख और शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
चैत्र पूर्णिमा की तारीख और मुहूर्त—
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 23 अप्रैल को सुबह 3 बजकर 25 मिनट से हो रहा है वही समापन अगले दिन यानी 24 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में चैत्र मास की पूर्णिमा 23 अप्रैल को मनाई जाएगी। चैत्र पूर्णिमा पर स्नान दान का शुभ मुहूर्त 23 अप्रैल को सुबह 4 बजकर 20 मिनट से लेकर 5 बजकर 4 मिनट तक प्राप्त हो रहा है इस मुहूर्त में पूजा पाठ और स्नान दान करना श्रेष्ठ रहेगा।
आपको बता दें कि चैत्र पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र नदी में स्नान करें या फिर घर के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें इसके बाद भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा कर उपवास आदि रखें और गरीबों को दान करें। ऐसा करने से धन समृद्धि में वृद्धि होती है।
Next Story