धर्म-अध्यात्म

सावधान! ये पांच संकेत है दरिद्रता की निशानी, जल्दी जानें

Gulabi
28 Dec 2020 12:46 PM GMT
सावधान! ये पांच संकेत है दरिद्रता की निशानी, जल्दी जानें
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चाणक्य नीति ने नीति शास्त्र में जीवन से जुड़े तमाम पहलुओं को बताया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चाणक्य नीति ने नीति शास्त्र में जीवन से जुड़े तमाम पहलुओं को बताया है। जानकार बताते हैं कि चाणक्य को आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों की गहराई से समझ थी। कई परिस्थितियों में वह दर्शन और कूटनीतिज्ञ का सही इस्तेमाल करना जानते थे। महान बुद्धिजीवियों में गिने जाने वाले चाणक्य ने नीति शास्त्र में यह भी बताया है कि घर में गरीबी आने से पहले संकेत मिलते हैं। इन संकेतों के माध्यम से यह जाना जाता है कि भविष्य में घर की आर्थिक स्थिति कैसी रह सकती है।


1. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि परिवार में क्लेश होना आर्थिक स्थिति के लिए शुभ नहीं माना जाता है। कहते हैं कि जिन लोगों के घर में ऐसा होता है, वहां धीरे-धीरे दरिद्रता आने लगती है। चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को हमेशा गृह क्लेश से बचना चाहिए।

2. तुलसी के पौधे को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं कि अगर तुलसी का पौधा सूखता है तो इसका अर्थ है कि घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ने वाली है। चाणक्य का कहना है कि जब भी घर में तुलसी का पौधा सूख जाए तो फौरन हरा-भरा पौधा उस जगह पर लगाना चाहिए।
3. चाणक्य कहते हैं कि कांच का टूटना अशुभ होता है। नीति शास्त्र के अनुसार, कांच का टूटना आर्थिक स्थिति के लिए अशुभ साबित हो सकता है। कहते हैं कि जिन घरों में कांच टूटता है, उनमें आर्थिक संकट आने की आशंका बनी रहती है। चाणक्य कहते हैं कि इसलिए लोगों को कांच का इस्तेमाल बेहद सावधानी से करना चाहिए।

4. चाणक्य कहते हैं कि जिन घरों में प्रतिदिन पूजा-पाठ होती है, उन घरों में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। कहा जाता है कि जो लोग अचानक पूजा-पाठ से दूरी बना लेते हैं, उनके घर में आर्थिक संकट की आशंका बनी रहती है।

5. नीति शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों के घरों में बड़े-बुजुर्गों का सम्मान होता है। वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। चाणक्य कहते हैं जो लोग घरों में बड़ों का सम्मान नहीं करते हैं, उनकी आर्थिक स्थितिक कभी नहीं सुधरती है। इसलिए बड़ों का सम्मान हमेशा करना चाहिए।


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