धर्म-अध्यात्म

बुलेट बाबा – भारत का एक ऐसा मंदिर जिसमें किसी देवता की नहीं बल्कि बुलेट की होती है पूजा

HARRY
29 April 2023 6:01 PM GMT
बुलेट बाबा – भारत का एक ऐसा मंदिर जिसमें किसी देवता की नहीं बल्कि बुलेट की होती है पूजा
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पढ़िए रोचक किस्सा।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बुलेट बाबा – राजस्थान के पाली में जिले में स्थित एक मंदिर है, जहां किसी भगवान की नहीं बल्कि बुलेट की पूजा की जाती है। इस मंदिर में रॉयल एनफील्ड बुलेट रखा गया है, जिसे लोग भगवान की तरह पूजते हैं।

क्या है बुलेट बाबा मंदिर का इतिहास ?

पाली जिले में स्थित इस मंदिर का नाम ‘ओम बन्ना धाम’ है। इस मंदिर का बुलेट के साथ संबंध होने के कारण इसे ‘बुलेट बाबा मंदिर’ भी कहा जाता है और ये इसी नाम से पूरे विश्व में विख्यात है। यह मंदिर करीब 3 दशक पुराना है और मंदिर में रखा बुलेट गांव के ही एक निवासी का है, जिनकी मृत्यु एक एक्सीडेंट में हो गई थी।

बुलेट बाबा - भारत का एक ऐसा मंदिर जिसमें किसी देवता की नहीं बल्कि बुलेट की होती है पूजा। पढ़िए रोचक किस्सा।

बुलेट बाबा – भारत का एक ऐसा मंदिर जिसमें किसी देवता की नहीं बल्कि बुलेट की होती है पूजा। पढ़िए रोचक किस्सा।

दरअसल, 30-35 साल पहले चोटिला गांव में एक एक्सीडेंट हुआ, इस दुर्घटना में ठाकुर जोग सिंह राठौड़ के बेटे ओम सिंह राठौड़ की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने उनके शव और बाइक को कब्जे में ले लिया। लेकिन दूसरे दिन बाइक थाने से गायब हो गई और उसी स्थान पर मिली, जहां दुर्घटना हुआ था।

पुलिस फिर बाइक को कब्जे में लेकर थाने ले गई और दूसरी सुबह फिर बाइक थाने से गायब हो गई और हादसे वाले स्थान पर मिली। बुलेट को चेन से बांधने के बाद भी ऐसा कई दिन तक चलता रहा। फिर एक दिन ऐसा आया, जब पुलिस ने सोचा कि आज पूरी सच्चाई वे जानकर रहेंगे और देखेंगे आखिर बाइक वहां तक कैसे पहुंचती है? रात में निगरानी के दौरान पुलिस वालों ने पाया कि बाइक खुद से स्टार्ट होकर आगे बढ़ी और हादसे वाले जगह पर जाकर रूक गई।

बुलेट बाबा - भारत का एक ऐसा मंदिर जिसमें किसी देवता की नहीं बल्कि बुलेट की होती है पूजा। पढ़िए रोचक किस्सा।

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इस घटना से हैरान पुलिस वालों ने परिजनों को इस अचंभित कर देने वाली बात को बताया और बाइक लौटा दी। इस पर मृत ओम सिंह राठौड़ के नाम पर स्थानीय लोगों और परिजनों ने मिलकर मंदिर का निर्माण करवाया और वहां पर उस बुलेट को स्थापित कर दिया। तब से ही इस मंदिर में बुलेट की पूजा होती है और इसे बुलेट बाबा मंदिर के नाम से जाना जाता है।

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