धर्म-अध्यात्म

श्‍मशान की राख से की जाती है भस्‍म आरती, सावन भर लगा रहेगा भक्‍तों का जमावड़ा

Tulsi Rao
18 July 2022 1:36 PM GMT
श्‍मशान की राख से की जाती है भस्‍म आरती, सावन भर लगा रहेगा भक्‍तों का जमावड़ा
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Mahakal Bhasm Aarti on First Sawan Somwar 2022: सावन महीना शुरू होते ही बाबा महाकाल के दरबार में भक्‍तों की भीड़ खासी बढ़ गई है. आज 18 जुलाई 2022 को सावन के पहले सोमवार के मौके पर महाकालेश्‍वर मंदिर में बाबा महाकाल की विशेष भस्‍म आरती की गई. इस दौरान मंदिर में बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु मौजूद रहे. मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन शहर में स्थित महाकालेश्‍वर ज्योतिर्लिंग की भस्‍म आरती बेहद मशहूर है.

श्‍मशान की राख से की जाती है भस्‍म आरती

उज्‍जैन को बाबा महाकाल की नगरी कहा जाता है. यहां स्थित महाकालेश्‍वर मंदिर में हर सुबह भगवान शिव के रुद्रावतार भगवान महाकाल की भस्‍म आरती की जाती है. इस आरती में जो भस्‍म बाबा महाकाल को अर्पित की जाती है वो श्‍मशान की राख होती है. इस आरती के लिए बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार किया जाता है. इस दौरान महाकाल त्रिपुंड, त्रिशूल, मुकुट से सुशोभित रहते हैं. भगवान को चंदन, अक्षत, बेल पत्र, फूल आदि अर्पित किए जाते हैं. भस्‍म आरती के बाद बाबा महाकाल को फल-मिठाइयों का भोग लगाया जाता है. सुबह तड़के होने वाली इस भस्‍म आरती को देखने के लिए देश-दुनिया से श्रद्धालु महाकालेश्‍वर मंदिर में पहुंचते हैं.

सावन भर लगा रहेगा भक्‍तों का जमावड़ा

सावन महीने में बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालू महाकालेश्‍वर मंदिर पहुंचते हैं. सावन सोमवार समेत पूरे सावन महीने में मंदिर में विशेष पूजन-अभिषेक होता है. महाकालेश्‍वर मंदिर में सावन महीने में रुद्राभिषेक कराने के लिए ऑनलाइन बुकिंग कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं.

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