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धर्म: ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि सभी ग्रह एक अवधि के बाद अपनी चाल बदलते हैं, जिसके कारण कई प्रकार के योग और शुभ व अशुभ समय का निर्माण होता है। इनमें से दो समय को अत्यंत अशुभ माना जाता है। वह अशुभ काल हैं, भद्रा काल और पंचक काल। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, भद्रा और पंचक को बहुत ही अशुभ माना जाता है और इन दोनों समय में मांगलिक कार्य एवं महत्वपूर्ण कार्यों पर रोक लग जाती है।
भद्रा और पंचक के दौरान विवाह, उपनयन संस्कार, गृह प्रवेश, मुंडन इत्यादि पर रोक लग जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन कार्यों को इस अवधि में करने से व्यक्ति को ग्रहों के दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है। जिस वजह से हानि का भय बढ़ जाता है। अब जब जून का महीना शुरू होने वाला है तो पंचांग में कुछ ऐसी तिथियां बताई गई हैं, जिनका ध्यान व्यक्ति को अवश्य रखना चाहिए। आइए जानते हैं, जून महीने में कब लगेगा भद्रा और पंचक?
जून 2023 भद्रा काल तिथि और समय
3 जून 2023, शनिवार: प्रातः 11 बजकर 18 मिनट से रात्रि 10 बजकर 19 मिनट तक
6 जून 2023, मंगलवार: दोपहर 02 बजकर 21 मिनट से 7 जून रात्रि 12 बजकर 51 मिनट तक
9 जून 2023, शुक्रवार: शाम 04 बजकर 22 मिनट से 10 जून सुबह 03 बजकर 10 मिनट तक
12 जून 2023, सोमवार: रात्रि 10 बजे से 13 जून सुबह 09 बजकर 30 मिनट तक
16 जून 2023, शुक्रवार: सुबह 08 बजकर 41 मिनट से 16 जून रात 08 बजकर 54 मिनट तक
22 जून 2023, गुरुवार: सुबह 04 बजकर 18 मिनट से 22 जून शाम 05 बजकर 29 मिनट तक
26 जून 2023, सोमवार: मध्यरात्रि 12 बजकर 26 मिनट से दोपहर 01 बजकर 20 मिनट तक
जून 2023 पंचक काल तिथि और समय
दिनांक 9 जून 2023, शुक्रवार प्रातः 06 बजकर 02 मिनट से 13 जून 2023, मंगलवार दोपहर 01 बजकर 32 मिनट तक।