धर्म-अध्यात्म

घर के मुख्य द्वार पर हल्दी का स्वास्तिक बनाने के फायदे

SANTOSI TANDI
29 Jun 2023 9:02 AM GMT
घर के मुख्य द्वार पर हल्दी का स्वास्तिक बनाने के फायदे
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घर के मुख्य द्वार पर हल्दी
वास्तु शास्त्र हमारे घर की ओर सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर घर के हर एक स्थान को वास्तु के अनुसार संवारा जाता है तो सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश सदैव बना रहता है।
जिस तरह घर के भीतर रखी हुई हर एक चीज वास्तु के अनुसार होने की सलाह दी जाती है उसी तरह घर के मुख्य द्वार के लिए भी कुछ वास्तु नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है।
ऐसा माना जाता है कि यदि आप घर के मुख्य द्वार पर कुछ विशेष चिह्न बनाती हैं तो आपके घर में माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। ऐसे ही चिह्नों में से एक है स्वास्तिक का चिह्न। खासतौर पर यदि स्वास्तिक हल्दी से बनाया जाता है तो ये घर में समृद्धि के द्वार खोलने में मदद करता है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया जी से जानें कि मुख्य द्वार पर हल्दी का स्वास्तिक बनाना किसी तरह से लाभदायक हो सकता है।
शुभता का चिह्न
स्वास्तिक के चिह्न को घर के लिए बहुत शुभ माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि किसी भी शुभ काम में स्वास्तिक बनाना शुभता का प्रतीक होता है। पूजा -पाठ से लेकर नए घर में प्रवेश करने तक में स्वास्तिक बनाने से उस काम में सफलता मिलती है और ये समृद्धि को आकर्षित करता है।
स्वास्तिक आमतौर पर कुमकुम या हल्दी से बनाना शुभ माना जाता है और यदि इसे घर के मुख्य द्वार पर हल्दी से बनाया जाता है तो से शुभता को आकर्षित करता है।
माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है
यदि आप घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिह्न बनाती हैं तो ये आपके घर में माता लक्ष्मी की सदैव कृपा दृष्टि बनी रहती है। हल्दी का स्वास्तिक बनाने से शुभ फल तो मिलते ही हैं साथ ही घर को किसी भी प्रकार के वास्तु दोषों के नकारात्मक प्रभावों से भी मुक्ति मिलती है। हल्दी घर में सकारात्मकता लाती है और बुरी शक्तियों से बचाती है।
नकारात्मकता दूर करती है हल्दी
घर के मुख्य द्वार पर हल्दी से स्वास्तिक का चिह्न बनाने से घर के भीतर किसी भी तरह की नकारात्मक शक्ति का प्रवेश नहीं होता है और यह घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करता है।
ऐसा कहा जाता है कि हल्दी का इस्तेमाल करने से किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश मुख्य द्वार से भीतर नहीं हो पाता है और यह आपके घर के लिए शुभ संकेतों को आकर्षित करती है। हल्दी का इस्तेमाल जिस स्थान पर भी किया जाता है वह वास्तु दोषों से हमेशा मुक्त रहता है और ऐसे स्थान पर सदैव माता लक्ष्मी विराजमान होती हैं।
हल्दी का स्वास्तिक बनाते समय रखें इन बातों का ध्यान
वास्तु के अनुसार हल्दी से यदि आप मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिह्न बनाती हैं तो आपके घर में कभी भी अलक्ष्मी का वास नहीं होता है और स्वास्तिक का चिह्न हमेशा मुख्य द्वार के उस स्थान पर लगाएं कि आप घर में प्रवेश करते समय बाईं तरफ हो और घर से बाहर निकलते समय दाहिनी तरफ बनाएं।
इसके लिए ऐसी हल्दी का इस्तेमाल करें जिसका इस्तेमाल किचन में नहीं बल्कि पूजा के मंदिर में होता है। ध्यान रखें कि हल्दी का स्वास्तिक आपको हमेशा साफ़ हाथों से बनाना चाहिए और स्वास्तिक बनाते समय उसकी सही आकृति का ध्यान रखना भी जरूरी है।
हल्दी का स्वास्तिक रोग-दोष दूर करता है
हल्दी का स्वास्तिक आपको सभी रोग -दोषों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। अगर आप मुख्य द्वार पर हल्दी का स्वास्तिक बनाती हैं तो घर में सदैव अच्छी ऊर्जा का प्रवाह होता है।
अगर आप घर की सुख समृद्धि बनाए रखना चाहती हैं तो मुख्य द्वार पर हल्दी का स्वास्तिक जरूर बनाएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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