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ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का महत्व होता है लेकिन महाशिवरात्रि बेहद ही खास मानी गई हैं जो कि साल में एक बार आती है। इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा का विधान होता है। भक्त महाशिवरात्रि के पावन दिन पर प्रभु की …
ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का महत्व होता है लेकिन महाशिवरात्रि बेहद ही खास मानी गई हैं जो कि साल में एक बार आती है। इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा का विधान होता है।
भक्त महाशिवरात्रि के पावन दिन पर प्रभु की विधि विधान से पूजा करते हैं और दिनभर का उपवास भी रखते हैं माना जाता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है महाशिवरात्रि का व्रत शादीशुदा और अविवाहित महिलाएं कर सकती है। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा महाशिवरात्रि की तारीख और पूजा का श्रेष्ठ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
महाशिवरात्रि की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चुर्दशी तिथि 8 मार्च रात 9 बजकर 57 मिनट से आरंभ हो रही है और इसका समापन अगले दिन यानी की 9 मार्च की शाम 6 बजकर 17 मिनट पर हो जाएगा। भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में करना शुभ माना जाता है ऐसे में 8 मार्च को ही महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भक्त भगवान शिव की प्रदोष काल में विधिवत पूजा करें ऐसा करने से जीवन की परेशानियां दूर हो जाती हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद साफ वस्त्रों को धारण कर भगवान शिव के मंदिर जाए और वहां माता पार्वती के संग भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा करें मान्यता है कि ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है इसके साथ ही महाशिवरात्रि के दिन दान पुण्य के कार्य भी किए जा सकते हैं।