धर्म-अध्यात्म

परिवर्तनी एकादशी का शुभ समय

Apurva Srivastav
22 Sep 2023 1:29 PM GMT
परिवर्तनी एकादशी का शुभ समय
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परिवर्तनी एकादशी:  हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों की कमी नहीं है लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना जाता है जो कि भगवान विष्णु की पूजा अर्चना को समर्पित होता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी की तिथि श्री हरि की प्रिय तिथियों में से एक है इस दौरान भगवान की पूजा आराधना जीवन में सुख समृद्धि प्रदान करती है।
पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को परिवर्तनी एकादशी के नाम से जाना जाता है साथ ही इसे जलझूलनी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु के वामन रूप की पूजा करना लाभकारी माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। इस साल परिवर्तनी एकादशी का व्रत 25 सितंबर को किया जाएगा। तो आज हम आपको एकादशी व्रत पूजन का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं।
परिवर्तनी एकादशी का शुभ समय—
धार्मिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 25 सितंबर की सुबह 4 बजकर 36 मिनट से आरंभ हो रही है और 26 सितंबर की सुबह 5 बजकर 12 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में परिवर्तनी एकादशी का व्रत पूजन 25 सितंबर को करना श्रेष्ठ रहेगा।
शास्त्र अनुसार भगवान विष्णु पूरे चार माह के लिए योगनिद्रा में लीन हैं और भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन श्री हरि क्षीर सागर में करवट लेते हैं जिसे परिवर्तनी एकादशी के नाम से जाना जाता है इस दिन भगवान के वामन अवतार की पूजा अर्चना करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है और कष्टों में कमी आती है।
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