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साल के अंत में मंगल धनु राशि में प्रवेश करेगा, जिससे आपकी राशि को भी बड़े लाभ होंगे
वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को हर चीज का स्वामी माना जाता है। मंगल इस समय अपनी ही राशि वृश्चिक में गोचर कर रहा है, जिसके बाद 28 दिसंबर को वह अपनी राशि बदलेगा। 28 दिसंबर को मंगल मकर राशि में प्रवेश करेगा। मंगल गोचर के प्रभाव से कुछ राशि वालों को भारी लाभ मिलेगा तो कुछ राशि वालों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। यदि यहां पहला घर मंगल का घर या उच्च का घर हो तो व्यक्ति बहादुर होगा। एक अच्छा पुलिस अधिकारी एक अच्छा सर्जन भी हो सकता है। यदि आप आत्मघाती या दुष्ट हैं, तो आप स्वार्थी और दुष्ट हैं। आइए जानें कि देवताओं के राजा मंगल का कुंडली के 12 घरों पर क्या प्रभाव पड़ता है।
द्वितीय भाव कारक या उच्च हो तो वाणी पर अधिकार। व्यक्ति धनवान होगा। घर-परिवार में उसकी बात मानी जाएगी। मारक हो तो व्यक्ति असभ्य, कुटुंब क्लेश में रहेगा। नेत्र, कान विकार से पीड़ित। चोरी का भय।
तीसरा भाव कारक या उच्च हो तो व्यक्ति पराक्रमी, पुरुषार्थी होगा तथा बहन-भाइयों के लिए अच्छा रहेगा। मारक है तो व्यक्ति स्वार्थी होगा। बहन-भाइयों के साथ झगड़ा रहेगा।
चतुर्थ भाव कारक हो तो जातक को मकान, वाहन, भूमि, माता का सुख प्राप्त होता है। मारक या नीच है तो व्यक्ति हमेशा कठिनाई में रहता है। घर में अग्नि, चोरी का भय।
पंचम भाव कारक हो तो पुत्र प्राप्ति का योग। व्यक्ति पुलिस या इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाता है। अचानक धन प्राप्ति का योग। मारक हो तो व्यक्ति उदर रोगों से पीड़ित।
छठा भाव व्यक्ति रक्त-वर्ण विकार, बवासीर, हृदय रोग से पीड़ित। विपरीत राजयोग में व्यक्ति शत्रुओं को जीतने वाला, धर्म के मार्ग पर चलता है।
सप्तम भाव कारक हो तो पत्नी की आयु बढ़ाता है। मान-सम्मान अर्जित करता है। सर्जन बन सकता है। मारक है तो व्यक्ति क्रोधी होता है।
अष्टम भाव जातक के भाई-बहन शत्रु बन जाते हैं। दरिद्रतापूर्ण जीवन। जवानी में अनेक कष्ट उठाने पड़ते हैं। सरकारी अधिकारी हो तो रिश्वत लेता है। गुप्त शत्रुओं का भय।
नवम भाव शुभ मंगल अच्छा डॉक्टर बनाता है। विदेश यात्रा कराता है। मारक हो तो व्यक्ति कठोर, ईर्ष्यालु, शंकालु, झूठ बोलने वाला होगा।
दशम भाव कारक हो तो व्यक्ति डॉक्टर, सरकारी अधिकारी, वकील या जज बन सकता है। अशुभ हो तो लोभी, अभिमानी व छोटी आयु में माता-पिता से दूर करता है।
एकादश भाव शुभ है तो अच्छा राजपद दिलाता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ के लिए बहुत उपयुक्त है। अशुभ होने पर दोस्त ही धोखा देते हैं।
द्वादश भाव झगड़े का भय रहता है। जातक के बारे में झूठी अफवाहें फैलती हैं। मंगल नीच का है तो व्यक्ति का व्यय बहुत होता है। कान या नेत्र रोगी हो सकता है।