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धर्म-अध्यात्म
ज्योतिष शास्त्र: भोजन करते समय विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए ये बाते, होगी दीर्घायु
Ritisha Jaiswal
17 Jun 2022 4:23 PM GMT
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ज्योतिष शास्त्र के मुताबित भोजन का असर व्यक्ति की सेहत और समृद्धि दोनों पर पड़ता है.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबित भोजन का असर व्यक्ति की सेहत और समृद्धि दोनों पर पड़ता है. कैसा भोजन कर रहे हैं, किसके साथ कर रहे हैं, भोजन करते समय क्या कर रहे हैं , अगर इन सब बातों पर ध्यान न दिया जाए, तो व्यक्ति को बीमार और दरिद्र बनाने में दरा भी देर नहीं लगाएंगी. आज हम जानेंगे उन नियमों के बारे में जिन्हें भोजन करते समय विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. इससे व्यक्ति सेहतमंद और दीर्घायु होता है.
न करें खाने का अपमान- शास्त्रों में लिखा है कि परोसे हुए अन्न का अपमान भूलकर भी न करें. भोजन मिलना बड़े भाग्य की निशानी है. कई बार देखा जाता है कि लोग परोसे भोजन में कई कमियां निकाल कर आगे से थाली को हटा देते हैं. ये भोजन का अपमान है. ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं. इसके साथ ही ध्यान रखें कि भोजन के समय सिर पर कुछ टोपी या पगड़ी न पहनी हो. साथ ही, दक्षिण दिशा और जूते पहन भी भोजन नहीं करना चाहिए.
मन में न लाएं ऐसे ख्याल- खाना खाते समय मन में नकारात्मक विचार मन में भूलकर भी न लाएं. कई बार लोग खाना देखते ही कहने लग जाते हैं कि बहुत मसालेदार है, ऑयली है. देखने में अच्छा नहीं है. इस तरह के विचार मन में भूलकर भी न लाएं. ऐसा करने से न तो आप खाने को एंजॉय कर पाएंगे और न ही इसका सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
इन लोगों के यहां न करें भोजन- ज्योतिष अनुसार भोजन कभी भी बिना नहाय, भगवान की पूजा किए बिना और भगवान को भोग लगाए बिना ग्रहण नहीं करना चाहिए. ऐसा करने वालों को गीता में चोर कहा गया है. साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि आपसे स्नेह न करने, प्रेम न करने वाले व्यक्ति के हाथों से परोसा हुआ भोजन कभी ग्रहण न करें
इस दिशा में न करें भोजन- ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि भोजन कभी भी दक्षिण दिशा में मुंह करके नहीं करना चाहिए. खाना हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके ही ग्रहण करें. इसके साथ ही, भोजन की शुरुआत करने से पहले हाथ पैरों को अच्छे से धो लें. उदास मन और अप्रसन्न मन से भोजन करना गलत माना गया है.
Ritisha Jaiswal
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