धर्म-अध्यात्म

सूर्य मंत्र के ज्योतिष उपाय

Bhumika Sahu
16 Jan 2022 5:14 AM GMT
सूर्य मंत्र के ज्योतिष उपाय
x
जीवन में कई बार बहुत प्रयास करने के जब आदमी को सफलता नहीं मिल पाती तो वह अपने भाग्य को कोसने लगता है, लेकिन सनातन परंपरा में भगवान सूर्य का मंत्र (Lord Sun Mantra) एक ऐसा महाउपाय है, जिसका जप करते ही जीवन से जुड़े सारे दु:ख दूर होते हैं और इंसान का भाग्य सूर्य के समान चमकने लगता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म (Hindu Religion) में सूर्य एक ऐसे देवता हैं, जिनका दर्शन प्रतिदिन होता है. जिनकी साधना-आराधना से व्यक्ति को जीवन में सुख-समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है. सूर्य देव की साधना करते ही व्यक्ति के सारे दु:ख दूर होते हैं और उसका दुर्भाग्य सौभाग्य में बदल जाता है. वही सौभाग्य, जिसके जुड़ते ही व्यक्ति के जीवन में अच्छी चीजें घटने लगती हैं और उसकी कीर्ति सूर्य (Lord Sun) के समान चारों ओर फैलने लगती है. भगवान भास्कर की कृपा पाने के लिए सूर्य मंत्र एक ऐसा महाउपाय है, जिसे जपते ही व्यक्ति के सारे रोग और भय दूर हो जाते हैं और वह अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता हुआ सुखी जीवन जीता है. आइए भगवान सूर्य से जुड़े कुछ ऐसे ही चमत्कारी मंत्रों (Sun Prayer Mantra in Hindi) के बारे में जानते हैं.

सूर्य का प्रार्थना मंत्र
ग्रहाणामादिरादित्यो लोक लक्षण कारक:। विषम स्थान संभूतां पीड़ां दहतु मे रवि।।
सूर्य गायत्री मंत्र
ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयत्।।
सूर्यदेव का वैदिक मंत्र
ॐ आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यण्च । हिरण्य़येन सविता रथेन देवो याति भुवनानि पश्यन।।
सूर्यदेव का तांत्रोक्त मंत्र
ॐ घृणि: सूर्यादित्योम, ॐ घृणि: सूर्य आदित्य श्री, ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय: नम:, ऊँ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:।।
सूर्य नमस्कार के 12 मंत्र (Surya Namaskar Mantra)
1. ॐ मित्राय नम: 2. ॐ रवये नम: 3. ॐ सूर्याय नम: 4. ॐ भानवे नम: 5. ॐ खगाय नम: 6. ॐ पूषणे नम 7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः 8. ॐ मरीचये नमः 9. ॐ आदित्याय नमः 10. ॐ सवित्रे नमः 11. ॐ अर्काय नमः 12. ॐ भास्कराय नमः
भगवान सूर्य के अन्य मंत्र
ॐ सूर्याय नम: ।।
ॐ घृणि सूर्याय नम: ।।
ॐ घृ‍णिं सूर्य्य: आदित्य:।।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ।।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।।
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ।।
सूर्य मंत्र जप के लाभ
पूरे विश्व को ऊर्जा प्रदान करने सूर्य ज्योतिष में सूर्यदेव को राजा माना गया है. ज्योतिष के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्यदेव शुभ फल प्रदान करें तो उसे समाज में खूब यश, कीर्ति और मान-सम्मान प्राप्त होता है. जातक का अपने पिता के साथ अच्छा सामंजस्य रहता है. वहीं कुंडली में कमजोर होने पर उसे इसके विपरीत फल प्राप्त होते हैं. उसे जीवन में रोग, शत्रु भय और तमाम तरह के कष्ट मिलते हैं. ऐसे में सूर्य से जुड़ी सभी शुभता को पाने के लिए उनका मंत्र अत्यंत ही प्रभावशाली उपाय है, जिसे जपते ही जीवन में चमत्कारिक बदलाव आता है.


Next Story