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astrology news : अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पर जरूर करें ये खास उपाय

30 Dec 2023 3:35 AM GMT
astrology news : अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पर जरूर करें ये खास उपाय
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ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि पौष माह में पड़ती है इस दिन भक्त दिनभर उपवास रखते हैं और भगवान श्री गणेश की विधिवत पूजा करते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से …

ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि पौष माह में पड़ती है इस दिन भक्त दिनभर उपवास रखते हैं और भगवान श्री गणेश की विधिवत पूजा करते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता हैं।

इस साल अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत पूजन 30 दिसंबर दिन शनिवार यानी की आज किया जा रहा है। इस दिन पूजा पाठ और व्रत के साथ ही अगर गणेश स्तोत्र का पाठ भक्ति भाव से किया जाए तो भगवान के आशीर्वाद से जीवन में सुख समृद्धि आती है और सभी समस्याएं दूर हो जाती है तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान श्री गणेश का चमत्कारी स्तोत्र।
गणेश स्तोत्र—

प्रणम्य शिरसा देवं गौरी विनायकम् ।

भक्तावासं स्मेर नित्यमाय्ः कामार्थसिद्धये ॥1॥

प्रथमं वक्रतुडं च एकदंत द्वितीयकम् ।

तृतियं कृष्णपिंगात्क्षं गजववत्रं चतुर्थकम् ॥2॥

लंबोदरं पंचम च पष्ठं विकटमेव च ।

सप्तमं विघ्नराजेंद्रं धूम्रवर्ण तथाष्टमम् ॥3॥

नवमं भाल चंद्रं च दशमं तु विनायकम् ।

एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजानन् ॥4॥

द्वादशैतानि नामानि त्रिसंघ्यंयः पठेन्नरः ।

न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं प्रभो ॥5॥

विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम् ।

पुत्रार्थी लभते पुत्रान्मो क्षार्थी लभते गतिम् ॥6॥

जपेद्णपतिस्तोत्रं षडिभर्मासैः फलं लभते ।

संवत्सरेण सिद्धिंच लभते नात्र संशयः ॥7॥

अष्टभ्यो ब्राह्मणे भ्यश्र्च लिखित्वा फलं लभते ।

तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादतः ॥8॥

॥ इति श्री नारद पुराणे संकष्टनाशनं नाम श्री गणपति स्तोत्रं संपूर्णम् ॥

संतान गणपति स्तोत्र—

नमोऽस्तु गणनाथाय सिद्धी बुद्धि युताय च।

सर्वप्रदाय देवाय पुत्र वृद्धि प्रदाय च।।

गुरु दराय गुरवे गोप्त्रे गुह्यासिताय ते।

गोप्याय गोपिताशेष भुवनाय चिदात्मने।।

विश्व मूलाय भव्याय विश्वसृष्टि करायते।

नमो नमस्ते सत्याय सत्य पूर्णाय शुण्डिने।।

एकदन्ताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नम:।

प्रपन्न जन पालाय प्रणतार्ति विनाशिने।।

शरणं भव देवेश सन्तति सुदृढ़ां कुरु।

भविष्यन्ति च ये पुत्रा मत्कुले गण नायक।।

ते सर्वे तव पूजार्थम विरता: स्यु:रवरो मत:।

पुत्रप्रदमिदं स्तोत्रं सर्व सिद्धि प्रदायकम्।।

1. गणेश गायत्री मंत्र

ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

2. शुभ लाभ गणेश मंत्र

ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।

3. सिद्धि प्राप्ति हेतु मंत्र

श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा ॥

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