धर्म-अध्यात्म

भद्रा में है आषाढ़ विनायक चतुर्थी का व्रत

Apurva Srivastav
15 Jun 2023 4:10 PM GMT
भद्रा में है आषाढ़ विनायक चतुर्थी का व्रत
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आषाढ़ की विनायक चतुर्थी इस महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को पड़ रही है. विनायक चतुर्थी व्रत हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है और गणेश जी की पूजा की जाती है. एक महीने में दो चतुर्थी व्रत आते हैं, कृष्ण पक्ष में संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष में विनायक चतुर्थी. दोनों में गणपति की पूजा की जाती है, लेकिन संकष्टी में चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है, जबकि विनायक चतुर्थी में चंद्र दर्शन वर्जित है. आइये जानते हैं आषाढ़ की विनायक चतुर्थी कब है? क्या है भाद्र काल और पूजा का शुभ मुहूर्त?
आषाढ़ विनायक चतुर्थी 2023 पूजा मुहूर्त (Ashadha Vinayaka Chaturthi 2023)
आषाढ़ विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त 22 जून की सुबह 10 बजकर 59 मिनट से शुरू हो रहा है,जो दोपहर 01 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगा. इस पूजा मुहूर्त में लाभ-उन्नति मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से 02 बजकर 08 मिनट तक है. इस मुहूर्त में आपको पूजा करनी चाहिए.
विनायक चतुर्थी पर रवि योग
विनायक चतुर्थी के दिन रवि योग बन रहा है. यह योग शाम 06:01 बजे से अगले दिन सुबह 04:18 बजे तक है. हालांकि पूजा के समय यह योग नहीं रहेगा.
भद्रा में है आषाढ़ विनायक चतुर्थी का व्रत
विनायक चतुर्थी व्रत के दिन सूर्योदय के साथ भद्रा उदय होने वाली है. उस दिन भद्रा की छाया सुबह 05 बजकर 24 मिनट से शाम 05 बजकर 27 मिनट तक रहेगी. भद्रा 12 घंटे तक रहेगी. इस भद्रा का वास पृथ्वी पर रहेगा.
विनायक चतुर्थी व्रत का महत्व
विनायक चतुर्थी का व्रत रखने और भगवान गणेश की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. कार्यों में सफलता मिलती है, विद्या, बुद्धि, धन, सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है. गणेशजी की कृपा से विघ्न दूर होते हैं.
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