धर्म-अध्यात्म

21 नवंबर 2020 का पंचांग, छठ पूजा का अर्घ्य आज...जानिए इसकी शुभ मुहूर्त एवं राहुकाल

Triveni
21 Nov 2020 12:56 PM GMT
21 नवंबर 2020 का पंचांग, छठ पूजा का अर्घ्य आज...जानिए इसकी शुभ मुहूर्त एवं राहुकाल
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हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि शनिवार दिन है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि शनिवार दिन है। आज 21 नवंबर है। आज छठ पूजा का चौथा दिन है। आज उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। सूर्य देव तथा छठी मैया की पूजा के बाद ही व्रती पारण करते हैं और छठ पूजा के व्रत को पूर्ण करते हैं। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद घाटों पर छठ पूजा का प्रसाद वितरित किया जाता है। आज शनिवार के दिन आपको हनुमान जी तथा शनिदेव की पूजा करनी चाहिए। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

आज का पंचांग

दिन: शनिवार, कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, सप्तमी तिथि।

आज का दिशाशूल: पूर्व।

आज का राहुकाल: प्रात: 09:00 बजे से 10:30 बजे तक।

आज की भद्रा: रात्रि के 09:49 बजे से 22 नवंबर को प्रात: 10:15 बजे तक।

पंचक: रात्रि के 10:25 बजे से प्रारंभ 26 नवंबर रात्रि के 09:20 बजे पर समाप्त।

विक्रम संवत 2077 शके 1942 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, शरद ऋतु कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी 21 घंटे 49 मिनट तक, तत्पश्चात् अष्टमी श्रवण नक्षत्र 09 घंटे 53 मिनट तक, तत्पश्चात् धनिष्ठा नक्षत्र वृद्धि योग 06 घंटे 43 मिनट तक, तत्पश्चात् धु्रव योग मकर में चंद्रमा 22 घंटे 25 मिनट तक तत्पश्चात् कुंभ में।

सूर्योदय और सूर्यास्त

आज छठ पूजा के चौथे दिन सूर्योदय प्रात:काल 06 बजकर 49 मिनट पर होगा, वहीं सूर्यास्त शाम को 05 बजकर 25 मिनट पर होगा। आज सूर्योदय के समय उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

आज के दिन चंद्रोदय दोपहर में 12 बजकर 34 मिनट पर होगा। चंद्र का अस्त रात को 11 बजकर 31 मिनट पर होगा।

आज का शुभ समय

अभिजित मुहूर्त: दिन में 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक।

रवि योग: प्रात:काल 06 बजकर 49 मिनट से सुबह 09 बजकर 54 मिनट तक।

सर्वार्थ सिद्धि योग: प्रात:काल 06 बजकर 49 मिनट से सुबह 09 बजकर 54 मिनट तक।

त्रिपुष्कर योग: प्रात:काल 06 बजकर 49 मिनट से सुबह 09 बजकर 54 मिनट तक।

अमृत काल: देर रात 12 बजकर 13 मिनट से मध्य रात्रि 01 बजकर 54 मिनट तक।

विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से दोपहर 02 बजकर 35 मिनट तक।

आज कार्तिक शुक्ल सप्तमी है। आज शनिवार के दिन शनि देव के कष्टों से मुक्ति के लिए उपाय कर सकते हैं। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।

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