धर्म-अध्यात्म

वास्तुशास्त्र के अनुसार: सूरज ढलने के बाद कभी ना करें इन चीजों का दान

Rani Sahu
16 Jun 2021 10:30 AM GMT
वास्तुशास्त्र के अनुसार: सूरज ढलने के बाद कभी ना करें इन चीजों का दान
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सभी धर्मों में दान का विशेष महत्व माना जाता है

सभी धर्मों में दान का विशेष महत्व माना जाता है। खासतौर पर पूजा-पाठ के बाद व किसी शुभ पर्व दान करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। मगर ज्योतिष व वास्तुशास्त्र के अनुसार, दान करने के भी कुछ नियम होते हैं। ऐसे में कुछ चीजों का दान कभी भी सूरज ढलने के बाद नहीं करना चाहिए। नहीं तो घर में सुख-समद्धि आने की जगह पर देवी-देवताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। चलिए जानते हैं उन चीजों के बारे में...

दूध दान करने की गलती ना करें
वैसे तो दूध का दान बेहद शुभ माना जाता है। मगर इसका संबंध चंद्रमा व सूर्य दोनों से होता है। ऐसे में सूरज ढलने के बाद दूध का दान करने से श्रीहरि व माता लक्ष्मी की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
दही का दान करने वर्जित
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, गरीबों व जरूरतमंदों को दही का दान देना शुभ होता है। असल में, इसका संबंध शुक्र ग्रह से माना जाता है। ऐसे में इसका दान करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। मगर शाम यानी सूरज ढलने के बाद इसका दान करने से बचना चाहिए। नहीं तो इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इससे घर में सुख-समृद्धि में कमी आ सकती है।
पैसों का दान देने से बचें
सूरज ढलने के बाद क‍िसी को पैसे देने से बचना चाहिए। ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार, शाम के समय देवी लक्ष्मी घर में प्रवेश करती है। ऐसे में इस समय दान देने से आप उन्हें घर से विदा कर देते हैं। इससे धन की देवी लक्ष्मी की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
लहसुन-प्‍याज का दान करना अशुभ
शाम के समय लहसुन-प्‍याज का दान करना परेशानियों को न्योता देने के बराबर माना जाता है। असल में, लहसुन-प्‍याज से टोने-टोटके किए जाते हैं। ऐसे में अगर आप अपने घर से किसी को ये चीजें देंगे तो इसका कोई के दुष्‍प्रयोग कर सकता है। इसके कारण आप और आपका परिवार आने वाले जीवन में समस्याओं में घिर सकते हैं।


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