धर्म-अध्यात्म

वास्तु के अनुसार लगाएंगे हनुमान जी की तस्वीर, सुख-समृद्धि, तरक्की और खुशहाली

Shiddhant Shriwas
25 Sep 2021 3:05 AM GMT
वास्तु के अनुसार लगाएंगे हनुमान जी की तस्वीर,  सुख-समृद्धि, तरक्की और खुशहाली
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वास्तु के अनुसार घर के लिविंग रूम में प्रभु श्रीराम के चरणों में बैठे हनुमान जी की तस्वीर या फिर श्रीराम की आराधना या कीर्तन करते हुए

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वास्तु शास्त्र में खुशहाली, तरक्की और समृद्धि के लिए कई नियम बताए गए हैं। वास्तु में हर दिशा का अपना एक अलग महत्व माना गया है। वास्तु में देवी-देवताओं की तस्वीर और प्रतिमाएं लगाने के लिए भी दिशा और नियम बताए गए हैं। यदि इन नियमों को ध्यान में रखते हुए तस्वीर और प्रतिमाएं लगाई जाएं तो घर में सुख समृद्धि और खुशहाली लाई जा सकती है। वास्तु में भगवान हनुमान की प्रतिमा लगाने का महत्व और नियम बताए गए हैं। यदि वास्तु को ध्यान में रखते हुए भगवान हनुमान की तस्वीर लगाई जाएं तो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके कई समस्याओं से बचा जा सकता है और आपके घर परिवार में सुख समृद्धि, तरक्की वह खुशहाली आती है। तो आइए जानते हैं कि भगवान हनुमान की कौन सी प्रतिमा या तस्वीर किस दिशा में लगानी चाहिए।

मुख्य द्वार पर लगाएं ऐसी प्रतिमा-

वास्तु शास्त्र में पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाने का बहुत महत्व माना जाता है। वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति या चित्र लगाना चाहिए। इससे आपके घर में किसी तरह की नकारात्मक ऊर्जा या बुरी शक्ति प्रवेश नहीं करती हैं। मान्यता है कि जिस घर में पंचमुखी हनुमान विराजमान हो वहां के लोगों की तरक्की में किसी प्रकार की बाधा नहीं आती है और धन, संपदा में बढ़ोतरी होती है।

दक्षिण दिशा में लगाएं हनुमान जी की ऐसी तस्वीर

वास्तु के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में बैठी हुई मुद्रा में हनुमान जी की लाल रंग की तस्वीर या प्रतिमा लगानी चाहिए। इससे दक्षिण दिशा से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे आपके घर में सुख समृद्धि और शांति बनी रहती है।

परिवार में प्रेम और धार्मिक भावना के लिए

वास्तु के अनुसार घर के लिविंग रूम में प्रभु श्रीराम के चरणों में बैठे हनुमान जी की तस्वीर या फिर श्रीराम की आराधना या कीर्तन करते हुए हनुमान जी की तस्वीर लगानी चाहिए। इससे परिवार के सदस्यों के बीच सम्मान और आपसी सद्भाव की भावना बढ़ती है। इसके अलावा धार्मिक भावना भी जाग्रत होती है जिससे आपके घर का वातावरण सकारात्मक रहता है।


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