धर्म-अध्यात्म

एक ऐसा देश जहाँ सूर्य देव केवल 40 मिनट के लिए अस्त होते हैं

Bhumika Sahu
16 Jun 2022 5:55 AM GMT
एक ऐसा देश जहाँ सूर्य देव केवल 40 मिनट के लिए अस्त होते हैं
x
यह दुनिया भी अजब-गजब रहस्यों से भरी है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यह दुनिया भी अजब-गजब रहस्यों से भरी है। आज हम ऐसे ही एक रहस्य से आपको रूबरू कराने जा रहे हैं, जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि दुनिया में ऐसे भी देश हैं, जहां सूर्य देवता सिर्फ 40 मिनट के लिए अस्त होते हैं। इसीलिए इस देश में आधी रात को सूर्य देवता अस्त भी होते हैं और आधी ही रात को उदय भी होते हैं।

इस देश का नाम है नार्वे और इसी वजह से इस देश को कंट्री ऑफ मिडनाइट सन भी कहते हैं। इससे भी ज्यादा हैरानी वाली बात यह है कि यहां ठंड के मौसम में सूरज उगता ही नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां सूरज डूबता ही नहीं। जी हां, हर साल मई से लेकर जुलाई महीने तक यानी करीब तीन महीने यहां सूर्य देवता अस्त नहीं होते।
खगोलीय घटना की वजह से 40 मिनट के लिए सूरज अस्त होता है
दरअसल, खगोलीय घटना की वजह से यहां रात सिर्फ 40 मिनट की ही होती है या फिर यूं कहें कि सूर्य देवता सिर्फ करीब 40 मिनट के लिए अस्त होते हैं। खगोलीय घटना की वजह से ही 21 जून और 22 दिसंबर को सूर्य का प्रकाश यहां की पृथ्वी पर नहीं आता। वैज्ञानिकों के अनुसार, धरती 66 डिग्री का एंगल बनाते हुए अपनी धुरी पर घुमती है। इस झुकाव के कारण ही दिन और रात के समय का अंतराल दिखाई पड़ता है। तो 21 जून आने वाली है और यहां रात सिर्फ 40 मिनट की होगी।
बर्फबारी खूब होती है, धरती का स्वर्ग कहा जाता है
नार्वे दुनिया की विकसित आबादी वाला देश है। यह प्राकृतिक सुंदरता से भरापूरा देश है। पर्यटक यहां खूब आते हैं और पूरे साल आते हैं। बर्फबारी खूब होती है और इसके बाद तो यहां का दृश्य देखने लायक होता है। दुनियाभर में लोग इस देश को धरती का स्वर्ग नाम से भी पुकारते हैं। यहां अमीरों की संख्या अधिक है। लोग मस्ती से रहते हैं। स्वस्थ्य रहने के तमाम उपाय करते हैं और स्वस्थ्य भोजन करते हैं। नार्वे आर्कटिक सर्कल में आता है। यही वजह है कि चारों ओर आपको बर्फ से ढंके पहाड़ दिख जाएंगे।
अनोखे और दिलचस्प नजारों से भरा पड़ा है यह देश
नार्वे में ऐसे दिलचस्प और अनोखे नजारे आपको दिखेंगे, जिसे आप अपने दिलो-दिमाग में कैद करना चाहेंगे। इस देश में बर्फबारी सबसे अधिक रोरोस सिटी में होती है और आर्कटिक से करीब होने के कारण यह सबसे ठंडी जगह मानी जाती है। कई बार तो रोरोस सिटी का पारा गिरकर माइनस 50 डिग्री पर पहुंच जाता है।


Next Story