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- खरमास के प्रारंभ होने...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिन्दू धर्म में मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) का होना अनिवार्य है. शुभ मुहूर्त से मांगलिक कार्य के सफल परिणाम एवं लाभ प्राप्त होने के योग ज्यादा होते हैं. हिन्दू कैलेंडर या पंचांग (Panchang) में कुछ मास ऐसे होते हैं, जिसमें मांगलिक कार्यों पर रोक होती है, उनमें चातुर्मास और खरमास (Kharmas) हैं. इस वर्ष खरमास का प्रारंभ 16 दिसंबर दिन गुरुवार से हो रहा है. खरमास में मांगलिक कार्य जैसे शादी (Marriage), सगाई, मुंडन (Mundan), गृह प्रवेश आदि वर्जित होते हैं. खरमास का प्रारंभ सूर्य की धनु संक्रांति से होता है. इस समय सूर्य धनु राशि में होता है, जो मकर संक्रांति तक रहता है. धनु संक्रांति में सूर्य की स्थिति कमजोर होती है, इसलिए मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. इस समय के मांगलिक कार्य शुभ नहीं माने जाते हैं.