धर्म-अध्यात्म

16 सितंबर तक 5 प्रमुख ग्रह रहेंगे वक्री, शनि और गुरु को मजबूती करने के लिए करें ये उपाय

Tara Tandi
3 Sep 2023 11:43 AM GMT
16 सितंबर तक 5 प्रमुख ग्रह रहेंगे वक्री, शनि और गुरु को मजबूती करने के लिए करें ये उपाय
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सितंबर का महीना ज्योतिष शास्त्र के लिहाज से बहुत ही खास रहने वाला है। दरअसल इस सितंबर माह में सभी 9 ग्रहों में से 5 ग्रह वक्री यानी उल्टी चाल से चलेंगे। बुध, शनि, शुक्र, राहु-केतु अभी वक्री अवस्था में हैं और इसके बाद गुरु भी वक्री हो जाएंगे। शुक्र ग्रह जहां 4 सितंबर को वक्री से मार्गी हो जाएंगे वहीं गुरु के वक्री होने पर कुल मिलाकर 5 ग्रह वक्री ही रहेंगे। एक साथ कई ग्रहों के वक्री होने से सभी 12 राशि के लोगों के ऊपर प्रभाव अवश्य ही पड़ेगा। जिसमें से कुछ राशि वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 4 सितंबर को गुरु सुबह ही मेष राशि में वक्री हो जाएंगे। बुध और शनि पहले से वक्री अवस्था में हैं वहीं राहु-केतु हमेशा ही वक्री रहते हैं। इस तरह के 9 ग्रहों में से 5 ग्रह वक्री ही रहेंगे।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु मेष राशि की यात्रा वक्री अवस्था में रहते हुए कर रहे हैं वहीं केतु तुला राशि में हैं। शनि कुंभ राशि में वक्री हैं जो अगले महीने की 4 तारीख को मार्गी हो जाएंगे। वहीं व्यापार और बुद्धि के कारक ग्रह बुध 16 सितंबर तक सिंह राशि में वक्री चाल में रहेंगे। गुरु 4 सितंबर से 31 दिसंबर तक वक्री रहेंगे। वहीं सुख, वैभव और ऐशोआराम के कारक ग्रह शुक्र सितंबर के महीने के शुरुआत से ही वक्री हैं। लेकिन यह 4 सितंबर को कर्क राशि में मार्गी हो जाएंगे। इस तरह से 16 सितंबर के बाद गुरु, शनि और राहु-केतु ये चार ग्रह उल्टी चाल में रहेंगे।
एक साथ 5 ग्रहों का वक्री होने का प्रभाव
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक साथ 5 ग्रहों के वक्री होना कई तरह के संकेत देता है। 5 ग्रहों का वक्री होना व्यापार करने वाले जातकों के लिए लिए शुभ और लाभदायक रहने वाला सिद्ध होगा। जमीन, जायदाद और प्रापर्टी से जुड़े लोगों को उनके काम में तरक्की मिलनी की संभावना है। गुरु का वक्री होना कुछ लोगों को अच्छी कामयाबी दिला सकता है। वहीं कुछ लोगों को काम करते हुए सावधानी बरतनी होगी नहीं तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
करें ये उपाय
कुंडली में शनि ग्रह को मजबूत करने के लिए हर शनिवार के दिन तेल का दान करें।
कुंडली में कमजोर बुध ग्रह को बली बनाने के लिए हरी मूंग का दान करें और भगवान गणेश को दूर्वा घास चढ़ाएं।
गुरु ग्रह को मजबूत बनाने के लिए गुरुवार के दिन चने की दाल का दान करें और भगवान विष्णु की केले अर्पित करें।
राहु-केतु के लिए गरीबों को दान करें।
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