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धर्म-अध्यात्म
400 साल बाद फिर 21 दिसंबर को गुरु और शनि का ग्रेट कंजक्शन, 2020 के बाद 2080 में दिखेगा ऐसा नजारा, जानिए इसके प्रभाव
Neha Dani
6 Dec 2020 8:05 AM GMT
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21 दिसंबर 2020 को अंतरिक्ष में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना ‘ग्रेट कंजक्शन’ घटने जा रही है |
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| 21 दिसंबर 2020 को अंतरिक्ष में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना 'ग्रेट कंजक्शन' घटने जा रही है. इस ग्रेट कंजक्शन की घटना में हमारे सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति और छल्ले वाला शनि ग्रह एक दूसरे के बेहद करीब आ जाएंगे और वे इतना करीब आ जाएंगे कि इन दोनों ग्रहों के बीच की दूरी सिर्फ 0.1 डिग्री रह जाएगी. अंतरिक्ष में घटने वाली यही खगोलीय घटना ग्रेट कंजक्शन कहलाती है. ग्रेट कंजक्शन की यह घटना साल के सबसे छोटे दिन यानी कि 21 दिसंबर 2020 को घटने जा रही है. आपको यहीं यह भी बता दें कि 21 दिसंबर को साल का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात भी होती है.
हर 20 साल में करीब आते हैं बृहस्पति और शनि ग्रह. वैसे तो बृहस्पति और शनि ग्रह हर 20 साल में एक दूसरे के करीब आते हैं लेकिन करीब 400 साल बाद ऐसा हो रहा है कि जब इन दोनों ग्रहों के बीच की दूरी सिर्फ 0.1 डिग्री रहेगी. इसके पहले सन 1623 में ये दोनों ग्रह इतने करीब आए थे. इस साल 21 दिसंबर 2020 के बाद ये दोनों ग्रह 15 मार्च सन 2080 को इतने पास दिखाई देंगे.
ऐसे होती है ग्रेट कंजक्शन की घटना: हमारे सौर मंडल में कुल ग्रहों की संख्या 8 है. जिसमें सूर्य से दूरी के हिसाब से पांचवां ग्रह बृहस्पति और छठवां ग्रह शनि है. बृहस्पति ग्रह सूर्य की परिक्रमा 11.86 साल में जबकि शनि ग्रह सूर्य की परिक्रमा 29.5 साल में पूरी करता है. ये दोनों ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते समय करीब 19.6 साल में एक दूसरे के बहुत करीब आ जाते हैं. बृहस्पति और शनि ग्रह की इसी स्थिति को ही 'ग्रेट कंजक्शन' कहा जाता है.
गैलीलियो ने देखा था सबसे पहले यह घटना: महान वैज्ञानिक गैलीलियो ने सबसे पहले सन 1623 में यह घटना देखा था जब बृहस्पति और शनि ग्रह इतने पास आए थे.
कैसे होता है ग्रेट कंजक्शन?
सौर मंडल का पांचवां ग्रह है गुरु (बृहस्पति) और शनि छठा ग्रह है। जूपिटर यानी गुरु ग्रह 11.86 साल में सूर्य की परिक्रमा करता है। शनि को करीब 29.5 साल सूर्य की परिक्रमा करने में लगते हैं। हर बार 19.6 साल में ये दोनों ग्रह करीब आते हैं, जिन्हें आकाश में आसानी से देखा जा सकता है। इस स्थिति को ही ग्रेट कंजक्शन कहा जाता है।
पिछला कंजक्शन 2000 में हुआ था। लेकिन, उस समय ये दोनों ग्रह सूर्य की ओर थे, इस वजह से दिखाई नहीं दिए थे। अगला कंजक्शन 5 नवंबर 2040 को, 10 अप्रैल 2060 को होगा। इसके बाद ग्रेट कंजक्शन 15 मार्च 2080 को दिखेगा।
कैसे पहचान सकते हैं इन दोनों ग्रहों को?
इन दिनों गुरु और शनि पश्चिम दिशा में दिखाई दे रहे हैं। सूर्य अस्त होने के बाद पश्चिम दिशा में दो ग्रहों की जोड़ी दिखाई दे रही है। इसमें ज्यादा चमकीला ग्रह जूपिटर है और कम चमकीला ग्रह सेटर्न है। ये दोनों ग्रह करीब 8 बजे अस्त हो जाते हैं यानी 8 बजे के बाद दिखाई नहीं देते हैं। इसीलिए इन्हें 8 बजे से पहले ही देखा जा सकता है। अब से 21 दिसंबर तक ये दोनों ग्रह रोज करीब आते दिखाई देंगे और 21 तारीख को गुरु-शनि एक साथ दिखेंगे।
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