धर्म-अध्यात्म

आइए जानते हैं कि छठ पूजा 2021 के पूरे कार्यक्रम का शुभ मुहूर्त कब

Kajal Dubey
6 Nov 2021 9:40 AM GMT
आइए जानते हैं कि छठ पूजा 2021 के पूरे कार्यक्रम का शुभ मुहूर्त कब
x
हिन्दू कैलेंडर के कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्टी तिथि को यानी दिवाली के छठे दिन छठ पूजा मनाया जाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिन्दू कैलेंडर के कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्टी तिथि को यानी दिवाली के छठे दिन छठ पूजा मनाया जाता है. अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक, इस बार छठ पूजा 10 नवंबर को मनाया जाएगा. ऐसे में दिवाली खत्‍म होते ही घाटों को साफ करने और सजाने का काम भी शुरू हो गया है. सबसे कठिन व्रतों में से एक छठ को लेकर मान्यता है कि छठी मइया का व्रत रखने वाले व विधि-विधान से पूजा करने वाले दम्पति को संतान सुख की प्राप्ति होती है और परिवार में सुख समृद्धि आती है. सूर्य देव और उनकी बहन छठी मइया को समर्पित इस महापर्व की तैयारी (Preparation) शुरू हो चुकी है. मुख्यरूप से तीन दिनों को पर्व को सादगी और पवित्रता के साथ मनाया जाता है. दिवाली के बाद की षष्टी तिथि को सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है. तो आइए जानते हैं कि छठ पूजा 2021 के पूरे कार्यक्रम का शुभ मुहूर्त कब है.

छठ पूजा कब है
-8 नवंबर 2021 यानी सोमवार को नहाय खाय के साथ छठ पूजा का प्रारंभ होगा.
-9 नवंबर 2021 यानी मंगलवार को खरना मनाया जाएगा.
-10 नंवबर 2021 यानी बुधवार को छठ पूजा मनाया जाएगा जिसमें डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा.
-11 नवंबर 2021यानी गुरुवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा का समापन होगा.
क्‍या है नहाय खाय
नहाय खाय के दिन घर की विस्‍तार से सफाई की जाती है और पूजा सामग्री को पवित्र स्थान पर रखा जाता है. इस दिन से सभी घर के सदस्‍या सात्विक आहार करते हैं.
क्‍या है खरना
छठ पूजा का दूसरा यानी सबसे महत्वपूर्ण दिन खरना का होता है. खरना वाले दिन से व्रत का प्रारंभ होता है और और रात में पूरी पवित्रता के साथ बनी गुड की खीर का सेवन किया जाता है. खीर खाने के बाद अगले 36 घंटे का कठिन व्रत रखा जाता है. खरना के दिन छठ पूजा का प्रसाद भी तैयार किया जाता है.
तीसरा दिन यानी छठ पर्व
खरना के अगले दिन छठी मइया की पूजा की जाती है और इस दिन व्रती डूबते सूर्य को अर्घ देकर जल्दी उगने और संसार पर कृपा करने की प्रार्थना करते हैं.
चौथा दिन छठ पूजा का समापन
छठ पूजा के अगले दिन यानी कि 11 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ देने के साथ ही छठ का कठिन व्रत संपन्न हो जाता है. इस दिन प्रसाद बांटा जाता है.


Next Story