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धर्म-अध्यात्म
जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की करें पूजा, जानें मुहूर्त
Tara Tandi
2 Aug 2023 11:13 AM GMT
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हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण को समर्पित जन्माष्टमी के त्योहार को बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता हैं इस दिन हर कोई कृष्ण भक्ति में लीन रहता हैं। पंचांग के अनुसार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर पड़ती हैं।
इस दिन लोग उपवास आदि रखते हुए भगवान के बाल स्वरूप की पूजा अर्चना करते हैं माना जाता हैं कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा प्राप्त होती हैं। इस साल जन्माष्टमी का त्योहार 7 सितंबर दिन गुरुवार को मनाया जाएगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा भगवान के बाल स्वरूप की पूजा विधि और मुहूर्त से अवगत करा रहे हैं।
पूजन का शुभ समय—
धार्मिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 6 सितंबर की दोपहर 3 बजकर 37 मिनट से आरंभ हो रही हैं वही समापन 7 सितंबर की शाम 4 बजकर 14 मिनट पर हो जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म मध्यरात्रि हुआ था। ऐसे में जन्माष्टमी 7 सितंबर की रात को मनाया जाएगा।
भगवान के बाल स्वरूप की पूजा विधि—
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती हैं जन्माष्टमी के दिन स्वयं को शुद्ध करके भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप का दूध और गंगाजल से अभिषेक करें फिर उन्हें नए वस्त्र धारण कराएं। इसके बाद मोपरंखी मुकुट लगाएं। बांसुरी, चंदन, वैजंयती माला से श्रृंगार करें। भगवान को भोग में तुलसी दल, फल, मखाने, मक्खन, मिश्री का भोग चढ़ाएं। मिठाई मेवे और पंजारी भी अर्पित करें फिर दीपक और धूप जलाकर भगवान की आरती उतारें और सभी में प्रसाद बांटें।
Tara Tandi
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