धर्म-अध्यात्म

मंगलवार पूजा में पढ़ें ये आरती, हनुमानजी होगे प्रसन्न

Deepa Sahu
13 Jun 2023 6:40 AM GMT
मंगलवार पूजा में पढ़ें ये आरती, हनुमानजी  होगे प्रसन्न
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सनातन धर्म में हफ्ते का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा को समर्पित होता हैं वही मंगलवार का दिन हनुमान आराधना के लिए श्रेष्ठ माना जाता हैं। इस दिन भक्त भगवान को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधिवत पूजा करते हैं और उपवास भी रखते हैं।
मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होकर कृपा करते हैं लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी देवी देवता की पूजा और व्रत बिना आरती के पूर्ण नहीं होता हैं ऐसे में अगर आप आज यानी मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा कर रहे हैं तो उनकी प्रिय आरती का पाठ जरूर करें ऐसा करने से प्रभु की कृपा बरसती हैं, तो हम आपके लिए लेकर आए हैं हनुमान आरती।
श्री हनुमान आरती—
॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥
मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,
जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥
वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,
श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥
॥ आरती ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
जाके बल से गिरवर काँपे ।
रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई ।
संतन के प्रभु सदा सहाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
दे वीरा रघुनाथ पठाए ।
लंका जारि सिया सुधि लाये ॥
लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।
जात पवनसुत बार न लाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
लंका जारि असुर संहारे ।
सियाराम जी के काज सँवारे ॥
लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।
लाये संजिवन प्राण उबारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
पैठि पताल तोरि जमकारे ।
अहिरावण की भुजा उखारे ॥
बाईं भुजा असुर दल मारे ।
दाहिने भुजा संतजन तारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।
जय जय जय हनुमान उचारें ॥
कंचन थार कपूर लौ छाई ।
आरती करत अंजना माई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥
जो हनुमानजी की आरती गावे ।
बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥
लंक विध्वंस किये रघुराई ।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
॥ इति संपूर्णंम् ॥
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