सूर्योदयनगरी क्षेत्र में संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में न तो स्थायी डॉक्टर है और न ही स्टाफ

श्रीगंगानगर: सूरतगढ़ के सूर्योदयनगरी क्षेत्र में संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में न तो स्थायी डॉक्टर है और न ही स्टाफ। 15 वार्डों की करीब 40 हजार की आबादी पर संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संविदाकर्मियों के भरोसे चल रहा है। ऐसे में अस्पताल में न तो संस्थागत प्रसव हो पा रहे और न ही मरीजों …
श्रीगंगानगर: सूरतगढ़ के सूर्योदयनगरी क्षेत्र में संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में न तो स्थायी डॉक्टर है और न ही स्टाफ। 15 वार्डों की करीब 40 हजार की आबादी पर संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संविदाकर्मियों के भरोसे चल रहा है। ऐसे में अस्पताल में न तो संस्थागत प्रसव हो पा रहे और न ही मरीजों को भर्ती किया जा रहा। जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रोजाना की ओपीडी 80 से 100 के करीब है। सरकारी अस्पताल में सुविधाएं होने के बावजूद मरीजों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही। बीमार मरीजों को इलाज करवाने सीएचसी या फिर निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।
