राजस्थान

इस्कॉन मंदिर भागवत कथा में मनाया नन्दोत्सव, सजाई गोवर्धन पर्वत व छप्पन भोग की झांकी

29 Dec 2023 7:13 AM GMT
इस्कॉन मंदिर भागवत कथा में मनाया नन्दोत्सव, सजाई गोवर्धन पर्वत व छप्पन भोग की झांकी
x

भीलवाड़ा। शहर में चित्तौडगढ़ रोड पर सुजुकी एंक्लेव स्थित जगन्नाथ इस्कॉन मंदिर में चल रही भागवत कथा के पांचवे दिन नन्दोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान गोवर्धन पर्वत व छप्पन भोग की झांकी भी सजाई गई। कथा वाचक पंडित शिवप्रकाश शास्त्री ने भगवान कृष्ण की बाललीलाओं पर प्रवचन देते हुए कहा कि पूतना वध, …

भीलवाड़ा। शहर में चित्तौडगढ़ रोड पर सुजुकी एंक्लेव स्थित जगन्नाथ इस्कॉन मंदिर में चल रही भागवत कथा के पांचवे दिन नन्दोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान गोवर्धन पर्वत व छप्पन भोग की झांकी भी सजाई गई। कथा वाचक पंडित शिवप्रकाश शास्त्री ने भगवान कृष्ण की बाललीलाओं पर प्रवचन देते हुए कहा कि पूतना वध, कालिया मर्दन जैसी लीलाएं वास्तव में बाल संरक्षण, जल संरक्षण का संदेश देती हैं। धरा पर अनीति, अत्याचार, पाप, अनाचार और षडयंत्र कभी सफल नहीं होते हैं। यह क्षणिक होते हैं। लेकिन सदाचार, परोपकार, सद्कर्म, न्याय और नीति हमेशा स्थाई होते हैं। इंसान का जीवन इन्हीं आचरणों के करीब होना चाहिए। गोवर्धन पर्वत प्रसंग में उन्होंने बताया कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था।

उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद करवा गोवर्धन की पूजा शुरू करवा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रज मंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ था। आयोजक परिवार के योगेश भंडिया ने बताया की कथा के दौरान महाराज द्वारा प्रस्तुत भजनों पर श्रद्धालु नाचते रहे। इस मौके पर गोवर्धन लीला की झांकी भी सजाई गई। कथा के दौरान गोवर्धन पूजन का उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। कथा 30 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक चलेगी।

    Next Story