ठाकुरद्वारा। मंड क्षेत्र में आई बाढ़ से हुए भारी नुकसान से अभी हालात सुधरे भी नही है कि अब मंड क्षेत्र में खनन माफिया पहले से भी अधिक सक्रिय हो गया है। इस खनन माफिया को न तो पुलिस व न ही खनन विभाग का डर है। खनन माफिया द्वारा मंड इंदौरा, बेला इंदौरा, गगवाल, …
ठाकुरद्वारा। मंड क्षेत्र में आई बाढ़ से हुए भारी नुकसान से अभी हालात सुधरे भी नही है कि अब मंड क्षेत्र में खनन माफिया पहले से भी अधिक सक्रिय हो गया है। इस खनन माफिया को न तो पुलिस व न ही खनन विभाग का डर है। खनन माफिया द्वारा मंड इंदौरा, बेला इंदौरा, गगवाल, मंड घण्ड्रा व मंड मियानी सहित कई जगहों पर जे.सी.बी. मशीनो से अवैध खनन करके दर्जनों ट्रैक्टर ट्रॉलियों व टिप्परों में खनन सामग्री को लोड करके मिलवां व पंजाब के मिरथल में लेजाकर मनमाने रेटों पर बेचकर खूब चांदी कूटी जा रही है।
ठाकुरद्वारा टू मिलवां रोड पर दिन में जब मर्जी खनन सामग्री से भरे हुए वाहनों को गुजरते देखा जा सकता है। आम जनता को तो यह वाहन दिखते है पर स्थानीय पुलिस, प्रशासन व खनन विभाग इनको अनदेखा कर दे रहे है। खनन करने वाली जगह पर जाना तो दूर की बात रही दोनों विभाग वाहनों पर भी कोई कार्रवाई करता नजर नही आ रहा है। स्थानीय पुलिस व खनन विभाग द्वारा महीने में एक दो बार खनन सामग्री से भरी एक दो ट्रॉलियों का एक छोटा सा चालान काटकर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति ही की जा रही है। कई लोग तो भूमि समतल करवाने की आड़ में प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहे है और अवैध खनन करवाकर खूब चांदी कूट रहे है।
मंड क्षेत्र की जनता का कहना है कि स्थानीय खनन माफिया की तारे खनन विभाग व पुलिस प्रशासन के साथ मिली हुई लगती है। जैसे ही लोग अवैध खनन होने की खबर फोन के माध्यम से पुलिस व खनन विभाग को देते है तो उसी समय यह खनन माफिया ट्रैक्टरों व टिप्परों को या तो खाली कर देते है या भगा ले जाते है। विभागीय अधिकारी खनन माफिया को शिकायत करने वालों के नाम भी बता देते है। अब बड़े अधिकारी ही बताएं कि हम किसान किसको शिकायत करें। वहीं इस संबंध में जब इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन से बात की गई तो उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार पहले ही अवैध खनन के खिलाफ है अगर मंड क्षेत्र में अवैध खनन हो रहा है तो मैं इस कार्यवाही करने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन व खनन विभाग के अधिकारियों से बात करता हूं कि अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई करें। वहीं इस संबंध में जब खनन अधिकारी नूरपुर नीरज कांत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं अभी फील्ड स्टाफ को मौके पर भेजता हूं और कार्रवाई करवाता हूं। अवैध खनन कदापि बर्दाश्त नही किया जाएगा।