बेलारूस पुलिस (Belarus Police) अब सरकार विरोधी प्रदर्शन और रैलियों को कुचलने (Crash Anti Government Protest) के लिए खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल कर सकेगी. बेलारूस के गृह मंत्रालय ने सोमवार को आदेश जारी कर कहा कि सड़कों पर हो रहे सरकार विरोधी रैलियों को अब बंद किया जाना चाहिए और पुलिस इसे खत्म करने के लिए खतरनाक हथियार (Leathel Weapon) चाहे तो इस्तेमाल कर सकती है. दरअसल, 9 अगस्त 2020 को राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आने और बीते 26 साल से राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंकों के चुने जाने पर लोगों को हैरानी हुई और वे दो महीने से राजधानी मिंस्क की सड़कों पर लाखों की संख्या में उतर कर लगातार प्रदर्शन कर रही है. प्रदर्शनकारी लुकाशेंको से इस्तीफा देने को कह रहे हैं और इसके साथ ही वे दोबारा से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं.
राष्ट्रपति लुकाशेंको से प्रदर्शनकारी मांग रहे हैं इस्तीफा
बेलारूस में बीते रविवार को भी प्रदर्शनकारियों ने बहुत बड़ी रैलियां आयोजित की और लुकाशेंको के खिलाफ जोरशोर से नारे लगाए. इन प्रदर्शनों में महिलाएं बहुत बड़ी संख्या में भाग ले रही हैं. वहीं पुलिस इन रैलियों को खत्म कराने और विरोध को कुचलने का हरसंभव प्रयत्न कर रही है. इस सिलसिले में पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है. रविवार को हुए प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं पर पुलिस वॉटर कैनन से पानी की बौंछारें चलाई.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जमकर पीटा
रविवार को प्रदर्शन के एक वीडियो में एक लोकल न्यूज चैनल ने दिखाया कि पुलिस प्रदर्शनकारियों की पिटाई करती हुई नजर आ रही है. पुलिस की पिटाई से एक बुजुर्ग का सिर भी फट गया.
बेलारूस, पूर्व सोवियत संघ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ करता था. बेलारूस की राजधानी मिंस्क में 9 अगस्त के बाद से लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रोटेस्ट से राष्ट्रपति लुकाशेंको भी डर गए हैं और यही वजह है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए एके-47 लेकर कई बार घूमते हुए नजर आए.