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पीएम मोदी से मिले टाटा संस और ताइवान के पीएसएमसी के शीर्ष अधिकारी, गुजरात के सेमीकंडक्टर प्लांट पर चर्चा

jantaserishta.com
27 Sep 2024 3:02 AM GMT
पीएम मोदी से मिले टाटा संस और ताइवान के पीएसएमसी के शीर्ष अधिकारी, गुजरात के सेमीकंडक्टर प्लांट पर चर्चा
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को टाटा संस और ताइवान की 'पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन' (पीएसएमसी) के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने पीएम को गुजरात के धोलेरा में 91,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रही मेगा सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन फैक्ट्री की प्रगति के बारे में जानकारी दी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने बताया कि उनकी "टाटा संस और पीएसएमसी की नेतृत्व टीम के साथ एक शानदार बैठक हुई।" पीएम मोदी ने कहा कि अधिकारियों ने अपनी सेमीकंडक्टर विनिर्माण परियोजना पर अपडेट शेयर किए। पीएसएमसी ने भारत में अपने विस्तार को लेकर उत्साह व्यक्त किया।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि धोलेरा में सेमीकंडक्टर फैब के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पीएसएमसी के बीच एक विस्तृत प्रौद्योगिकी करार पर हस्ताक्षर किए गए हैं। टाटा संस के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन सहित नेतृत्व टीम से मिलने के बाद मंत्री ने कहा, "समग्र सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम आकार ले रहा है।"
पीएम मोदी ने मार्च में गुजरात में टाटा-पीएसएमसी चिप प्लांट की आधारशिला रखी थी। फैब निर्माण से क्षेत्र में 20 हजार से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कुशल नौकरियां पैदा होंगी। इस फैब की विनिर्माण क्षमता प्रति माह 50 हजार वेफर्स तक होगी और इसमें उद्योग में सर्वश्रेष्ठ फैक्ट्री दक्षता प्राप्त करने के लिए डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग को तैनात करने वाली अगली पीढ़ी की फैक्ट्री ऑटोमेशन क्षमताएं शामिल होंगी।
कंपनियों के अनुसार, नया सेमीकंडक्टर फैब पावर मैनेजमेंट आईसी, डिस्प्ले ड्राइवर, माइक्रोकंट्रोलर (एमसीयू) और हाई-परफॉर्मेंस कम्प्यूटिंग लॉजिक जैसे एप्लिकेशन के लिए चिप्स का निर्माण करेगा, जो ऑटोमोटिव, कंप्यूटिंग और डेटा स्टोरेज, वायरलेस संचार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे बाजारों में बढ़ती मांग पूरी करेगी। चंद्रशेखरन के अनुसार, परंपरागत रूप से टाटा समूह ने देश के कई क्षेत्रों में नेतृत्व किया है और "हमें विश्वास है कि सेमीकंडक्टर निर्माण में हमारा प्रवेश इस विरासत को और बढ़ाएगा"।
पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि सेमीकंडक्टर निर्माण के मामले में भारत में आने का यह सही समय है, क्योंकि देश वैश्विक कंपनियों के लिए एक एकीकृत इकोसिस्टम प्रदान कर रहा है। साथ ही व्यापार करने की आसानी और एक बड़ा टैलेंट पूल भी प्रदान करता है।
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