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ब्राजाविल: एमपॉक्स वायरस की मार झेल रहे अफ्रीकी देश कांगों में इस वायरस के टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू कर दिया गया है। बता दें कि अफ्रीकी देश ने 5 अक्टूबर को ही सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में टीकाकरण का पहला चरण शुरू किया था। इस टीकाकरण अभियान का मुख्य टारगेट स्वास्थ्य कर्मी थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को कहा कि तब से देश में 45,957 स्वास्थ्य कर्मियों में से 40,574 लोगों का टीकाकरण किया गया है। यानि कुल 88.3 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सिनेट किया जा चुका है
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट में देश के स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि, नए चरण में उन लोगों को टारगेट किया जा रहा है जिनके संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है। इसमें यौनकर्मी और मरीजों के संपर्क में आने वाले लोग शामिल हैं। कांगो के उत्तरी हिस्से के राज्य किवु के टीकाकरण प्रभारी औबिन मोंगिली ने बताया, हम टीकाकरण में सभी सहयोग से आगे बढ़ रहे हैं। जैसा कि आप सब जानते हैं, यह (एमपॉक्स के लिए) यौन गतिविधियों से फैलता है। यही कारण है कि हम देश के भीतर संक्रमण के प्रसार को सीमित करने के लिए इन लोगों को टारगेट कर रहे हैं।"
कांगो के स्वास्थ्य मंत्री रोजर काम्बा की मानें तो, देश को 2.5 मिलियन लोगों के लिए लगभग 3 मिलियन वैक्सीन की खुराक की जरूरत है। बता दें कि कांगो स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 2024 की शुरुआत से कांगो में 35,925 संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनमें 7,534 कंफर्म मामले हैं वहीं, इससे 1,006 लोगों की मौत भी हो गई।
ज्ञात हो कि एमपॉक्स को मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है। मंकीपॉक्स वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है। यह नजदीकी संपर्क से फैलता है। इसके लक्षणों में बुखार, सूजी हुई लिम्फ नोड्स, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते और पीठ दर्द शामिल हैं।
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