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लोग ऑक्सीजन के लिए तरस रहे थे और केजरीवाल शीश महल बनवा रहे थे : अजय माकन

jantaserishta.com
26 Dec 2024 3:11 AM GMT
लोग ऑक्सीजन के लिए तरस रहे थे और केजरीवाल शीश महल बनवा रहे थे : अजय माकन
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नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बुधवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भाजपा के खिलाफ एक श्वेत पत्र जारी किया। कांग्रेस सांसद अजय माकन ने कहा कि यदि केजरीवाल का एक शब्द में वर्णन किया जाए तो वह हैं 'फर्जीवाल'।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल फर्जीवाड़े में दुनिया के सबसे बड़े राजा हैं। जिनके काले कारनामों के खिलाफ हम श्वेत पत्र लेकर आए हैं। यह श्वेत पत्र भाजपा पर भी लागू होता है। यह श्वेत पत्र ''मौका मौका, हर बार धोखा'' चुनाव प्रचार के दौरान हमारा ब्लू प्रिंट होगा।
अजय माकन ने कहा कि कोरोना काल में जब लाशों का अंबार लगा था, क्रिया कर्म के लिए लंबी लाइन लगी थी, लोग ऑक्सीजन और आईसीयू के लिए तरस रहे थे, उस वक्त अरविंद केजरीवाल शीश महल पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे थे और भाजपा सेंट्रल विस्टा बनवा रही थी। 3,652 दिन बीतने के बाद जन लोकपाल लागू नहीं किया। जबकि, जन लोकपाल लागू करने के नाम पर सत्ता में आए थे। लोकपाल को पंजाब में क्यों लागू नहीं कर रहे, वहां तो पूर्ण स्वायत्तता है?
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने ईमानदारी का ढोंग करके घोटालों को जाल बुन डाला। 2,000 की पेंशन में 200 रुपये की केंद्र की हिस्सेदारी नहीं मिलने पर केजरीवाल ने दिल्ली की 1,800 रुपये की हिस्सेदारी के 1,780 करोड़ से दिल्ली के पेंशनधारियों से दूर कर दिया। 11 वर्षों में राशन कार्ड नहीं बने। 500 करोड़ रुपये अपना चेहरा चमकाने के लिए विज्ञापन पर खर्च करके 2,31,481 घरों के चूल्हे ही बुझा दिए। इतनी बड़ी राशि से इतने लोगों के चूल्हे जल सकते थे। दिल्ली के ई-रिक्शा चालकों के लिए कोई सुविधा नहीं और रेहड़ी-पटरी कानून लागू करने में पूरी तरह फेल रहे।
माकन ने कहा कि मुफ्त बिजली और पानी के नाम पर 40 प्रतिशत बिजली के बिल बढ़े और 44 प्रतिशत घरों में गंदा पानी आता है। 71,000 करोड़ रुपये जल बोर्ड को मिलने के बाद भी दिल्ली साफ पानी को तरस रही है। लंदन-पेरिस बनाने का वादा कर प्रदूषण में नंबर वन बना दिया। 213 फीट कचरे के पहाड़ खड़े हैं और 500 किमी टूटी सड़कें हैं। यमुना को नाला बना दिया, जहां प्रदूषित जल से पानी नहीं झाग दिखाई देते हैं। 10 साल में यमुना की सफाई करने में विफल रहे। दोनों सरकारों ने मिलकर एक ही वर्ष 2023 में 28,000 झुग्गी वालों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें बेघर कर दिया, इनमें से 90 प्रतिशत खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि हर मानसून में डूबती दिल्ली की सड़कें तालाब बन जाती हैं, इस वर्ष मानसून के दो महीने में 30 मौतों का जवाब दिल्ली आज तक केजरीवाल से मांग रही है। केजरीवाल के स्वास्थ्य मॉडल में 30 प्रतिशत डाक्टर्स नहीं हैं। 14 अस्पतालाें में निर्माण कार्य चल रहा है, इसके लिए 10,250 करोड़ की जरूरत है, जबकि बजट एलोकेशन 372 करोड़ रुपये हुआ है।
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