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ऑडिट नियमों की अनदेखी के लिए भारत ही नहीं अमेरिका, चीन और कनाडा भी डेलॉइट पर लगा चुके हैं जुर्माना
jantaserishta.com
26 Dec 2024 3:20 AM GMT
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नई दिल्ली: वैश्विक ऑडिट फर्म डेलॉइट पर नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी (एनएफआरए) ने जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (जीईईएल) की ऑडिटिंग में कथित चूक को लेकर करीब 2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
यह पहला मौका नहीं है, जब डेलॉइट पर ऑडिटिंग में चूक को लेकर जुर्माना लगा है। इससे पहले, हाल के कई वर्षों में अमेरिका, चीन, कनाडा के साथ कई अन्य देश डेलॉइट पर ऑडिट के नियमों की अनदेखी को लेकर जुर्माना लगा चुके हैं।
चीन में डेलॉइट के ऑपरेशंन को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों अथॉरिटी से रेगुलेटरी जांच का सामना करना पड़ा था। सितंबर 2022 में अमेरिकी सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन ने डेलॉइट की चीनी सहयोगी कंपनी पर 20 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया था। यह जुर्माना फर्म पर अपने क्लाइंट को ऑडिट कार्य स्वयं करने के लिए कहने को लेकर लगाया गया था, जो ऑडिटिंग स्टैंडर्ड का सीधा उल्लंघन था।
इसके बाद मार्च 2023 में चीनी रेगुलेटरों ने चीन हुआरोंग एसेट मैनेजमेंट कंपनी की ऑडिटिंग में खामियों के लिए डेलॉइट पर 211.9 मिलियन युआन (30.8 मिलियन डॉलर) का जुर्माना लगाया। यह जुर्माना ऑडिट में क्वालिटी नहीं बनाए रखने को लेकर लगाया गया था।
दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया में सितंबर 2023 में डेलॉइट एंड टच एस.ए.एस. पर पीसीएओबी द्वारा क्वालिटी कंट्रोल का उल्लंघन के लिए 9,00,000 डॉलर का जुर्माना लगाया गया था।
अप्रैल 2024 में पब्लिक कंपनी अकाउंटिंग ओवरसाइट बोर्ड (पीसीएओबी) ने इंडोनेशिया और फिलीपींस में डेलॉइट के सहयोगियों पर 1-1 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया। ये जुर्माना धोखाधड़ी और अन्य उल्लंघनों के लिए लगाया गया था, जो ऑडिटिंग मानकों और पेशेवर आचरण के पालन में कमी को दर्शाता है।
कनाडा के ओंटारियो प्रोविंस में ऑडिटरों द्वारा पेशेवर आचरण नियमों का उल्लंघन करने के लिए डेलॉइट को 2024 में 1.5 मिलियन डॉलर का जुर्माना भरना पड़ा। कनाडाई अधिकारियों ने बताया कि कंपनी द्वारा जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करने में चूक की गई थी।
इन मामलों ने डेलॉइट की अपने वैश्विक नेटवर्क में सुसंगत मानकों को लागू करने की क्षमता पर सवाल उठाए हैं। बिग फोर के हिस्से के रूप में, फर्म विभिन्न देशों में जटिल विनियामक ढांचों के तहत काम करती है, जिससे अनुपालन एक चुनौती बन जाता है।
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